बीएड कोर्स में नामांकन के लिए पहले चरण की कांउंसलिंग सात
अक्टूबर से होनी है। इसके लिए ऑफ़लाइन पंजीकरण होगा। छात्रों को नोडल विवि के रूप में चयनित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर इसके लिए जाना होगा।
निर्धारित सीटों को भरने के लिए अधिकतम तीन बार ऑफ़लाइन काउंसिलिंग की तिथि जारी की जाएगी। इसके बाद भी यदि सीटें खाली रह जाती हैं तो डेमो काउंसिलिंग के आधार पर सीटों को भरा जाएगा।
काउंसिलिंग में पूर्वी मोड में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में आयोजित किया जाएगा।
बीएड के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो.अजीत कुमार सिंह ने बताया कि पंजीकरण के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। बीच में विधानसभा चुनाव आ जाने के कारण काउंसिलिंग के शेड्यूल को फिर से निर्धारित किया जा रहा है।
प्रयास है कि 18 दिसंबर तक नामांकन की सारी प्रक्रिया पूरी हो जाए। इसके बाद 21 दिसंबर से श्रेणियों का संचालन शुरू होगा।
प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए चार काउंटर बन जाएंगे।
छात्र काउंसलिंग के पूर्व पंजीकरण में अपनी मर्जी से जितने चाहे कॉलेजों का विकल्प दे सकते हैं।
दिए गए विकल्पों पर विचार करने के बाद नोडल विवि की ओर से मेरिट कम रिजर्वेशन के आधार पर मेरिट लिस्ट की जाएगी। इसमें छात्रों को कॉलेज आवंटित किया जाएगा।
वह कॉलेज जो विवि के क्षेत्र में होगा कि विवि के मुख्यालय में चार काउंटर बनाए जाएंगे। जहां नामांकन लेने वाले छात्रों के प्रमाणपत्रों की नोडल पदाधिकारी द्वारा जांच की जाएगी। इसके बाद छात्र संबंधित कॉलेज में नामांकन ले सकते हैं।
कॉलेज अपने विवि को नामांकन के संबंध में रिपोर्ट करेंगे और खाली रह गई सीटों की जानकारी नोडल विवि को दी जाएगी। यहां से फिर दूसरी और तीसरी बार काउंसिलिंग के लिए मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
नामांकन के लिए सात दिनों का समय मिलेगा-
प्रमाणपत्रों के भौतिक सत्यापन के बाद संबंधित छात्रों को सात दिनों का समय दिया जाएगा। इस अवधि में यदि वे नामांकन नहीं ले सके तो इसके बाद उस सीट को रिक्त मानकर अगली काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बता दें कि बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 58 बीएड कॉलेजों के लगभग 6500 सीटों पर नामांकन होना है। इसके लिए 11 हजार परीक्षार्थियों ने प्रवेश परीक्षा दी थी। इन 90 फीसद से अधिक परीक्षार्थी सफल भी हैं। < /p>
No comments:
Post a Comment