स्कूलों में 19 अक्टूबर से माध्यमिक कक्षाओं शुरू होने के बाद
जूनियर और प्राइमरी श्रेणियों के संचालन करने की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है।
जानकारी के अनुसार, विभाग इसको लेकर परीक्षण कर रहा है। जहां निजी स्कूल जूनियर की भी कक्षाएं चलाने के लिए गम्भीर दिख रहे हैं, वहीं परिषदीय विद्यालय अभी खोले जाने के मूड में नहीं हैं।
कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने और स्कूलों में फिर से पहले की तरह पढ़ाई शुरू होने के बाद अब शासन छोटे बच्चों की कक्षाएं फिर से संचालित कराने पर विचार कर रहा है।
जानकारी के अनुसार, दो चरणों में स्कूल खोले जाएंगे। प्रथम चरण में जूनियर कक्षा 6 से 8 तक बच्चों की पढ़ाई शुरू होगी।
वहीं, दूसरे चरण में प्राइमरी सेक्शन कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई शुरू होगी। जानकारी के अनुसार, शासन विभागों से इस पर रायशुमारी करा रही है।
जानकारी के अनुसार, दीवाली अवकाश के बाज जूनियर की कक्षाएं संचालित करने और दिसंबर के पहले सप्ताह में प्राइमरी की कक्षाएं संचालित करने की योजना है।
बता दें कि छोटे बच्चों की कक्षाएं चलाने को लेकर निजी स्कूलों के संगठन अनएडेड प्राइवेट स्क्रीनल्स एसोसिएशन ने दो महीने पहले ही एक प्रस्ताव शासन को भेजा था।
प्रस्ताव में अलग-अलग चरणों में स्कूल खोले जाने की गुजारिश की गई थी।
वहीं, प्राथमिक शिक्षक ग्रेड स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार का कहना है कि सर्दियों में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका जताई जा रही है।
अगले साल विचार करने के लिए ऐसे छोटे बच्चों की कक्षाओं को खोलना चाहिए।
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