प्रयागराज: एनसीजेडसीसी के निदेशक पद को लेकर अभी भले
विवाद चल रहा है लेकिन केंद्र में इस समय कई और महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं।
संबंधित पदों के लिए विज्ञापन भी निकाले गए लेकिन कोई नियुक्ति नहीं हुई। कुछ पदों के लिए तो दो बार विज्ञापन निकाला गया लेकिन भर्ती प्रक्रिया का कुछ पता नहीं चला।
रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदकों को अभी तक इंतजार कर रहे हैं।
निदेशक पद के लिए अगस्त में मांगा गया था आवेदन
एनसीजेडसीसी के निदेशक पद के लिए 19 अगस्त, 2020 में आवेदन मांगा गया था। पात्र लोगों को 45 दिनों के भीतर आवेदन करना होगा।
निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर का कार्यकाल 17 दिसंबर को समाप्त होने से पहले नियुक्ति होनी थी। सूत्रों के अनुसार इस पद के लिए 23 लोगों ने आवेदन किया था। लेकिन बीच में निदेशक के दो साल का कार्यकाल बढ़ने से विवाद पैदा हो गया।
कार्यकाल बढ़ने के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन व गोपनीय रिपोर्ट जरूरी
नियम के अनुसार कार्यकाल तभी बढ़ता है, जब निदेशक का कार्य, व्यवहार उत्कृष्ट रहा हो।
साथ ही तीन साल की गोपनीय रिपोर्ट भी संतोषजनक होना चाहिए। उसके बाद केंद्र के पदेन अध्यक्ष राज्यपाल संस्कृति मंत्रालय को संस्तुति भेजते हैं। लेकिन इस प्रकरण में क्या कमी रही यह भी देखना महत्वपूर्ण है।
>चार पदों के लिए दो बार निकला विज्ञापन
एनसीजेडसीसी में चार महत्वपूर्ण पदों के लिए पहली बार सितंबर 2019 में विज्ञापन निकाला गया था। इसमें सहायक निदेशक कार्यक्रम के दो पद, सहायक निदेशक वित्त एवं लेखा का एक पद और सहायक निदेशक प्रशासन के एक पद के लिए आवेदन मांगा गया था।
इन पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदक इंतजार कर रहे थे उसी बीच मार्च 2020 में इन्हीं पदों के लिए दोबारा विज्ञापन निकला। बेरोजगारी के युग में ए-ग्रेड की नौकरी के लिए, वह भी प्रयागराज के लिए कोई आवेदक न मिलना, कई प्रश्न पैदा करता है।
तीन साल में लगभग एक दर्जन कर्मचारी हुए रिटायर
एनसीजेडसीसी में इस समय लगभग 60 स्थायी व अस्थायी मिलाकर कार्यरत हैं। इनमें तीन साल में कई लोग रिटायर हो गए उनमें से भी कई पद रिक्त हैं।
इसमें सबसे ज्यादा चतुर्थ श्रेणी के हैं। स्थिति यह है कि मेंटेनेंस का काम देखने वाले कर्मचारी प्रोग्राम अधिकारी का कार्य देख रहे हैं।
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