प्रयागराज: लोक सेवा आयोग की सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित
स्नातक) भर्ती 2018 में शैक्षिक योग्यता को छिपाकर आवेदन करना कला विषय के 187 अभ्यर्थियों को भारी पड़ा।
अन्तिम रूप से चयनित इन अभ्यर्थियों को जांच में इस पद के योग्य न पाए जाने के कारण बाहर कर दिया गया है।
आयोग ने इस पद के लिए 468 अभ्यर्थियों का चयन किया था। अंतिम परिणाम घोषित किए जाने के बाद सफल अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन किया गया तो पता चला कि 187 चयनित अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिनके पास इस विषय के लिए निर्धारित शैक्षिक योग्यता है ही नहीं।
बाहर किए गए इन अभ्यर्थियों को सूचना आयोग ने नोटिस के माध्यम से दी है। 187 में 112 पुरुष एवं 73 महिला अभ्यर्थी हैं। इसके अलावा कला विषय में 41 चयनित अभ्यर्थी ऐसे हैं और जो अभिलेखों के सत्यापन में अनुपस्थित रहे।
लिहाजा इन्हें भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। इस प्रकार अब इस विषय में 228 पद रिक्त हो गए हैं। जिन पर चयन प्रतीक्षा सूची से किया जाएगा। भर्ती में कला विषय के 470 पद थे, आयोग ने दो विषयों का परिणाम रोकते हुए 468 पदों के लिए ही परिणाम घोषित किया था।
बता दें कि इस विषय के लिए चयनित 97 अभ्यर्थियों की डिग्री और प्रमाण पत्र की मान्यता को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
आयोग ने एनसीटीई और यूजीसी को पत्र लिखकर पूछा है कि इनके डिग्री और प्रमाण पत्र इस पद के लिए निर्धारित योग्यता के समतुल्य हैं या नहीं। फैसला रिपोर्ट आने के बाद लिया जाएगा।
वैसे तो आयोग प्रतीक्षा सूची जारी नहीं करता है पर जिस भर्ती में केवल एक प्रकार का पद हो (एकल संवर्ग) उसमें प्रतीक्षा सूची जारी करने का प्रावधान है।
कला विषय में अयोग्यता और अनुपस्थिति की वजह से जो पद रिक्त हुए हैं उसे प्रतीक्षा सूची से भरा जाएगा। कोई भी पद खाली नहीं रहेगा।
जगदीश, सचिव लोक सेवा आयोग
प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थियों को मिलेगी राहत
प्रतियोगी मोर्चा के संयोजक विक्की खान ने कहा कि प्रतीक्षा सूची जारी होती हैं तो इससे अभ्यर्थियों को सबसे ज्यादा सहूलियत होगी।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पाण्डेय का कहना है कि एकल संवर्ग की तरह सभी भर्तियों में प्रतीक्षा सूची जारी की जाए, इससे अभ्यर्थियों को राहत मिलने के साथ ही सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग भी रुकेगा।
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