यूपी की योगी सरकार ने सोमवार को इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण
बजट विधानसभा में पेश किया।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेपरलेश बजट पेश करते हुए सदन में कहा कि अभ्युदय योजना के तहत छात्रों को टैबलेट दिए जाएंगे। इससे छात्र वर्चुअल क्लास का फायदा भी ले सकेंगे। गौरतलब है कि हाल में योगी सरकार द्वारा अभ्युदय योजना का शुभारंभ किया था।
इस योजना के तहत यूपीएससी सिविल सेवा, पीसीएस, जेईई, नीट, यूपीएसएसएससी, एनडीए, सीडीएस, बीएड एंट्रेंस, एसएससी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग कराई जा रही है।
अभ्युदय योजना के पहले चरण में करीब 5 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया जिसमें से 50 हजार से अधिक छात्रों का चयन किया गया।
शुरुआती दौर में हर मंडल मुख्यालय में इसकी कक्षाएं चलेंगी। बाद में जिला स्तर पर इसका विस्तार होगा। इसमें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी (उपाम) द्वारा क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी तैयार कर वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
कोचिंग में ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर आदि तो उपलब्ध होंगे ही, ऑफलाइन क्लास में आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। जबकि एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी।
बजट भाषण के विद्यार्थियों के लिए अहम ऐलान
- मेरठ में स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय खुलेगा।
- 18 कमिश्नरी हैं। जिन कमिश्नरी में सैनिक स्कूल नहीं हैं, वहां खुलेंगे।
- गुरुकुल पद्धति को बढ़ाने के लिए सरकार कदम उठाएगी।
- बच्चों के लिए हर गांव में खेल के मैदान होंगे।
- जिन कमिश्नरी में राज्य विश्वविद्यालय नहीं है, वहां पर नए राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
- 69 जनपद ऐसे हैं जहां कोई न कोई मेडिकल कॉलेज हैं। 16 जनपद में मेडिकल कॉलेज नहीं है। यहां पीपीपी मॉडल में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।
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