ग्राम पंचायत भवन जल्द ही ग्राम सचिवालय के रूप में काम
करेंगे। इसके लिए इनमें कई सुविधाएं दी जा रही हैं। सभी ग्राम पंचायत भवनों को इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है।
झांसी डीएम ने कहा कि बताया कि पंचायत कार्यालयों में ही कामन सर्विस सेंटर संचालित किया जाएगा।
शासन द्वारा बी.सी.-सखी के माध्यम से ग्राम पंचायत में लोगों को बैकिंग सुविधा उपलब्ध कराने की योजना संचालित है। यह कार्य भी ग्राम पंचायत भवन से होगा।
सीसीटीवी कैमरों से भी लैस होगें। ग्राम पंचायतों में कार्मिकों की कमी दूर करने के लिए पंचायत सहायक/एकाउंटेन्ट-कम-डाटा इन्ट्री आपरेटर का चयन होगा।
पंचायत सहायक/एकाउंटेन्ट-कम-डाटा इन्ट्री आपरेटर को इसकी सेवाओं के बदले ग्राम पंचायत द्वारा 6 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान होगा।
डीएम ने बताया कि ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक/एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति संविदा पर एक वर्ष के लिए ग्राम पंचायतों द्वारा होगी।
नियुक्ति के लिए आवेदन पत्र ग्राम पंचायत के प्रधान द्वारा 30 जुलाई से 1 अगस्त तक लिया जाएगा। आवेदन के लिए मुनादी भी होगी।
तीन महीने का लक्ष्य:
गांवों में संचालित होने वाली विभिन्न योजनाओं में ग्रामीणों की भागीदारी योजना की सफलता के लिए जरूरी है। सभी ग्राम पंचायतों में सचिवालयों के निर्माण के लिए 3 माह का लक्ष्य रखा गया है, यहीं पर सभी सुविधाओं से ग्राम का भवन लैस होगा और इन्हें इंटरनेट से भी जोड़ा जाएगा।
डीएम आंद्रा वामसी ने कहा कि ग्राम पंचायत में रोजगार के अवसर भी होगें और ग्राम सचिवालय से ग्राम स्वराज की अवधारणा साकार होगी।
डीएम ने कहा कि पिछले कई साल से ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन या सामुदायिक भवन बनाने का कार्य चल रहा है। जिसके पीछे सोच है कि इन पंचायतों में नियमित कार्यालय का संचालन हो।
इसके लिए ग्राम पंचायत भवन की मरम्मत/ विस्तार/ नवनिर्माण के कार्य हो रहे है। सभी कार्य अगले 3 माह में पूरे कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया।
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