केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) और उत्तर प्रदेश शिक्षक
पात्रता परीक्षा (UPTET) देश की दो सबसे बड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में से एक हैं, लेकिन इन दोनों परीक्षाओं के आयोजन के लिए अभी तक कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से देश मे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था और इसका असर इन परीक्षाओं पर भी पड़ा है।
हालांकि अब कोरोना महामारी की स्थिति सुधर रही है और जनजीवन सामान्य हो रहा है, ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि इन पात्रता परीक्षाओं के आयोजन के लिए जल्द ही तारीखों की घोषणा हो सकती है।
दोनों पात्रता परीक्षाओं में क्या है अंतर :
शिक्षक पात्रता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के सामने बार बार यह प्रश्न खड़ा होता है कि CTET और UPTET में क्या अंतर है और उनके लिए इन दोनों में से सबसे बेहतर कौन है।
गौरतलब है CTET का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) करता है और UPTET का आयोजन उत्तरप्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड (UPBEB) द्वारा किया जाता है।
इन दोनों पात्रता परीक्षाओं में अंतर की बात करें तो इनमें मूल अंतर यह है कि CTET का आयोजन केंद्र सरकार के स्कूलों में शिक्षकों की बहाली के लिए किया जाता है और UPTET का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार के स्कूलों में शिक्षकों की बहाली के लिए किया जाता है।
इसके अलावा इन परीक्षाओं में एक अंतर यह भी है कि CTET का आयोजन साल में 2 बार किया जाता है और UPTET का आयोजन साल में एक बार ही किया जाता है।
हालांकि अब इन दोनों परीक्षाओं के सर्टिफिकेट को पूरे लाइफटाइम के लिए मान्य कर दिया गया है।
आप इन दोनों परीक्षाओं के मूल अंतरों को समझ कर अपने लिए बेस्ट ऑप्शन का चयन कर सकते हैं।
दोनों परीक्षाओं का सिलेबस तथा एग्जाम पैटर्न है एक समान :
इन दोनों परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के पास यह ऑप्शन रहता है कि वो एक परीक्षा की तैयारी करके दूसरे परीक्षा में भी बैठ सकते हैं।
दरअसल CBSE द्वारा आयोजित किए जाने वाले CTET और UPBEB द्वारा आयोजित किए जाने वाले UPTET, इन दोनों परीक्षाओं का सिलेबस तथा एग्जाम पैटर्न एक समान है।
CTET और UPTET दोनों परीक्षाओं के दोनों पेपर्स में कुल 150 - 150 अंक के 150 प्रश्न पूछे जाते हैं।
No comments:
Post a Comment