यूपी में टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) की परीक्षा 23 जनवरी को ही होगी। सीएम ने परीक्षा के व्यवस्थित संचालन के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
सीएम ने कहा है कि 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के व्यवस्थित आयोजन को लेकर पुख्ता तैयारी की जाए. कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन। हर केंद्र पर मास्क, सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता हो
सीएम ने कहा, ‘आक्रामक ट्रेसिंग और परीक्षण, तेजी से उपचार और तेजी से टीकाकरण COVID के प्रसार को रोकने के सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं।
यह संतोषजनक है कि हमारा राज्य अन्य राज्यों की तुलना में परीक्षण और टीकाकरण में पहले स्थान पर है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक 23 करोड़ 15 लाख 37 हजार कोविड वैक्सीन की खुराक पिलाई जा चुकी है। जबकि 09 करोड़ 63 लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो चुकी है।
यह देश में किसी एक राज्य में किए गए टेस्ट-टीकाकरणों की सबसे अधिक संख्या है। स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन और तत्काल टीके लेने वालों को बधाई।
सीएम ने दिए ये निर्देश
सीएम ने आगे कहा, ‘राज्य में 18 साल से अधिक उम्र के 93.90% लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है, जबकि 59.20 फीसदी से ज्यादा लोगों ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ली हैं।
अंतिम दिन तक 15-17 वर्ष की आयु के लगभग 39℅ किशोरों को टीका कवर मिल चुका है और 04 लाख 09 हजार योग्य लोगों को भी पूर्व-कंसुशन खुराक प्राप्त हुई है।
सभी पात्र लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाए। जिनकी दूसरी खुराक आने वाली है उनकी सूची तैयार करें, संपर्क करें और टीका लगवाएं। किशोर टीकाकरण में धीमी गति वाले जिलों से संपर्क करें। स्कूल/कॉलेजों में कैंप लगाएं।
सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के व्यवस्थित संचालन के संबंध में पुख्ता तैयारी की जाए। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन। हर केंद्र पर मास्क, सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता हो।
परीक्षा केंद्र का निर्धारण करते समय संस्थान का पिछला रिकॉर्ड जरूर देखें। दागी/संदिग्ध छवि वाली संस्थाओं को कभी भी केंद्र न बनाएं।
परीक्षा की शुचिता को देखते हुए अपर मुख्य सचिव गृह एवं एडीजी कानून व्यवस्था, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सहित जिलाधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं परीक्षा से जुड़े अन्य अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से व्यवस्थाओं की जांच करें।
शीत लहर और कोविड को देखते हुए असहाय, बेसहारा लोगों, अकेले रहने वाले बुजुर्गों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। रैन बसेरों में उचित व्यवस्था की जाए।
पुलिस, राजस्व एवं नगरीय विकास एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था करे। यदि ऐसे व्यक्ति संक्रमित हैं तो उनमें अतिरिक्त संवेदनशीलता की भावना रखने की अपेक्षा की जाती है।
बारिश, ओलावृष्टि के कारण कुछ जिलों से जन-धन की क्षति होने की सूचना मिली है। राहत विभाग पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ प्रभावित लोगों से संपर्क करें। लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए।
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