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क्या आप ग्रेजुएट हैं और अधिकारी बनना चाहते हैं ? तो रखें खुद को अपडेट, विभिन्न स्टेट पीएससी की इन रिक्तियों के साथ

भारतीय संविधान के खण्ड XIV [1] में अनुच्छेद 315 से 323 के तहत संघ के लिए एक लोक सेवा आयोग और प्रत्येक राज्य के लिए एक लोक सेवा आयोग के गठन की बात की गयी है।
 इन्हीं अनुच्छेदों में लोक सेवा आयोग के गठन, नियुक्ति और सदस्यों को हटाये जाने, शक्तियों और कार्यों का भी विवरण दिया गया है।
इस प्रकार संघ लोक सेवा आयोग अखिल भारतीय सेवाओं और उच्च केंद्रीय सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है और अनुशासनात्मक मामलों में राष्ट्रपति को परामर्श देता है।
 वहीं दूसरी तरफ प्रत्येक राज्य में राज्य लोक सेवा आयोग राज्य स्तरीय सेवाओं के लिए भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करता है और संबंधित राज्य के राज्यपाल को अनुशासनात्मक मामलों में परामर्श देता है।
 इस समय देश में एक संघ लोक सेवा आयोग और 29 राज्य लोक सेवा आयोगों का गठन किया गया है।
प्रत्येक राज्य में राज्य लोक सेवा आयोग, आमतौर पर ग्रुप बी और ग्रुप सी के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन करते हैं। इन पदों में प्रशासनिक और कार्यालयीय पद होते हैं जो कि राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संगठनो में नियुक्त किये जाते हैं।
राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाएं
राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रमुख परीक्षाओं में प्रमुख रूप से संबंधित राज्य की राज्य सिविल सेवा परीक्षा होती है, जो कि आमतौर पर प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती है।
 राज्य सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से संबंधित राज्य सरकार के प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति की जाती है। कुछ राज्यों में अतिरिक्त राज्य पुलिस सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है जिनके माध्यम से संबंधित राज्य के पुलिस विभाग में अधिकारी स्तर के पदों पर नियुक्ति की जाती है।
राज्य सिविल सेवा परीक्षा को आमतौर पर राज्य पीसीएस परीक्षा (जैसे – यूपी पीसीसएस, बिहार पीसीएस, आदि) कहा जाता है। 
इस परीक्षा में चरणों में प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा एवं व्यक्तिगत साक्षात्कार शामिल है। 
राज्य सिविल सेवा परीक्षा संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा पत्येक वर्ष आयोजित की जाती है और इसके माध्यम से विभिन्न प्रशासनिक पदों पर भर्ती की जाती है।
 राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय में स्नातक होती है और आयु सीमा 18 वर्ष से 33 वर्ष होती है। 
अधिकतम आयु सीमा में आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को छूट प्रदान की जाती है।
कुछ राज्यों के लोक सेवा आयोग जैसे, उत्तर प्रदेश लोक आयोग, बिहार लोक सेवा आयोग, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, आदि, राज्य सरकार के अधीन शासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए भी नियुक्ति प्रक्रिया का आयोजन करते हैं।
 हालांकि, लेक्चरर परीक्षा प्रत्येक वर्ष होने के बजाय रिक्तियों के अनुरूप शासनादेश के आधार पर भर्ती निकालते हैं।
इनके अतिरिक्त राज्य लोक सेवा आयोग समय-समय पर राज्य सरकार के विभागों में रिक्त प्रशासनिक पदों के लिए गैर-नियमित आधार पर भर्ती प्रक्रियाएं आयोजित करते हैं।
 हालांकि ज्यादातर मामलों में सीधी भर्ती के बजाए प्रतिनियुक्ति, संविदात्मक या अंशकालिक नियुक्तियां होती है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा का सिलेबस – प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा (UP PSC Prelims and Mains Syllabus in Hindi)
संयुक्त राज्य/ उच्च अवर/अधीनस्थ सेवा- COMBINED STATE / UPPER SUBORDINATE SERVICES (GEN. RECTT.) EXAMINATION
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यह परीक्षा तीन चरणों में लेगी:-
१. प्रारम्भिक परीक्षा (Preliminary Exam)
२. मेंस परीक्षा (Mains Exam)
३. साक्षात्कार (Interview)
  • मुख्य परीक्षा में पहले दो पेपर सामान्य अध्ययन के होते थे। अब चार पेपर सामान्य अध्ययन के होंगे > GS Paper 1, GS Paper 2, GS Paper 3, GS Paper 4. प्रत्येक पेपर के मार्क्स 200 होंगे यानी दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सामान्य पेपर के टोटल मार्क्स 200+200+200+200 = 800 MARKS होंगे.
  • हिंदी और निम्बंध के पेपर में कोई बदलाव नहीं आया है.  उनके अंक यथावत् 150-150 ही रहेंगे.
  • इसी तरह मेंस परीक्षा में अब तक दो वैकल्पिक विषय होते थे, लेकिन पीसीएस 2018 परीक्षा से मेंस में सिर्फ एक वैकल्पिक विषय रहेगा। अभी तक दो वैकल्पिक पेपर के मार्क्स 400+400 थे …अब एक वैकल्पिक विषय का ही चयन करना है तो वैकल्पिक विषय का टोटल मार्क्स हुआ = 400 ONLY।
  • इसके अलावा आयोग ने पीसीएस के इंटरव्यू के टोटल मार्क्स में भी बदलाव किया है। पहले इंटरव्यू का total marks 200 अंक था अब 2018 की परीक्षा में इंटरव्यू का कुल मार्क्स 100 ही होगा।
  • इस प्रकार चयन प्रक्रिया का टोटल मार्क्स देखा जाए तो कुल मिला कर होगा = 1600 Marks (800 GS + 300 HinEng + 400 OS + 100 INT)
  • सिलेबस के नए बदलाव में सहायक वन संरक्षक Assistant Conservator of Forests (ACF) का पद पहली बार UPPSC में शामिल किया गया है. वैसे ज्ञातव्य है कि इस पोस्ट के लिए और UPPSC के बाकी पदों के लिए जो प्रारम्भिक परीक्षा होगी वह एक ही होगी. बाद में जाकर मुख्य परीक्षा को अलग-अलग आयोजित किया जाएगा।
  •  इसी तरह UPPSC-2018 में एक नए subject चिकित्सा विज्ञान (medical science) को मुख्य परीक्षा में डाला गया है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा (Pre/Prelims) का सिलेबस 
उत्तर प्रदेश सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 200+200=400 अंकों की होगी जिसमें सामान्य अध्ययन पेपर (general knowledge paper) प्रथम और सामान्य अध्ययन पेपर द्वितीय के दो अनिवार्य पेपर होते हैं। यह परीक्षा objective type की होगी और एक ही दिन में ली जाएगी। ध्यान रखें, प्रीलिम्स (prelims) केवल एक छंटनी परीक्षा है, इसके अंक पूरी परीक्षा के ओवर आल अंकों में नहीं जोड़े जाते हैं।
यदि आप पहले पेपर के मूल्याङ्कन के आधार पर उस साल के कट-ऑफ मार्क्स को पार कर जाते हैं तो उत्तर प्रदेश सिविल सर्विसेज मेंस परीक्षा (UPPSC Mains exam) में आपका प्रवेश होगा।

PAPER 1 – कुल मार्क्स=200,  कुल समय =2 घंटे, कुल सवाल=150

राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनाओं पर अभ्यर्थियों को जानकारी रखनी होगी।
भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
इतिहास के अंतर्गत भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पक्षों की व्यापक जानकारी पर विशेष ध्यान देना होगा। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन पर अभ्यर्थियों से स्वतंत्रता आन्दोलन की प्रकृति तथा विशेषता, राष्ट्रवाद का अभ्युदय तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के बारे में सामान्य जानकारी अपेक्षित है।
भारत एवं विश्व का भूगोल
विश्व भूगोल में विषय की केवल सामान्य जानकारी की परख की जाएगी। भारत का भूगोल के अंतर्गत देश के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल से सम्बंधित प्रश्न होंगे।
भारतीय राजनीति एवं शासन
भारतीय राज्य व्यवस्था, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति के अंतर्गत देश के पंचायती राज तथा सामुदायिक विकास सहित राजनीतिक प्रणाली के ज्ञान तथा भारत की आर्थिक नीति के व्यापक लक्षणों एवं भारतीय संस्कृति की जानकारी पर प्रश्न होंगे।
आर्थिक एवं सामाजिक विकास
सतत विकास, गरीबी, अंतर्विष्ट जनसांख्यिकीय, सामाजिक क्षेत्र में हुए पहल आदि पर प्रश्न रहेंगे। अभ्यर्थियों की जानकारी का परीक्षण जनसंख्या, पर्यावरण तथा नगरीकरण की समस्याओं तथा उनके संबंधों के परिप्रेक्ष्य में किया जायेगा।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
इस विषय में विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है. अभ्यर्थियों से पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी, जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तन की सामान्य जानकारी अपेक्षित है।
सामान्य विज्ञान
सामान्य विज्ञान के प्रश्न दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से सम्बंधित विषयों सहित विज्ञान के सामान्य परिबोध एवं जानकारी पर आधारित होंगे जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने वैज्ञानिक विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
नोट: अभ्यर्थियों से यह अपेक्षित होगा कि उत्तर प्रदेश परिप्रेक्ष्य में उपर्युक्त विषयों का उन्हें सामान्य परिचय हो।

PAPER 2 – कुल मार्क्स=200,  कुल समय =2 घंटे, कुल सवाल=100

  1. बोधगम्यता (Comprehension Skills)
  2. पारस्परिक कौशल व संचार कौशल (Interpersonal skills including communication skills)
  3. तार्किक शक्ति और विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical reasoning and analytical ability)
  4. निर्णय लेने और समस्या को सुलझाने की क्षमता (Decision making and problem solving)
  5. सामान्य मानसिक योग्यता (General Mental Ability)
  6. प्रारंभिक गणित के अंकगणित , बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी (कक्षा 10 लेवल)
  7. सामान्य अंग्रेजी (कक्षा 10 लेवल)
  8. सामान्य हिंदी (कक्षा 10 लेवल)
प्रारम्भिक गणित (हाई स्कूल स्तर तक) के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किये जाने विषय >>
1. अंकगणित
  1. संख्या पद्धति – प्राकृतिक, पूर्णांक, परिमेय – अपरिमेय एवं वास्तविक संख्याएँ, पूर्णांक संख्याओं के विभाजक एवं अविभाज्य पूर्णांक संख्याएँ. पूर्णांक संख्याओं का लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य तथा उनमें सम्बन्ध।
  2. औसत
  3. अनुपात एवं समानुपात
  4. प्रतिशत
  5. लाभ-हानि
  6. ब्याज – साधारण एवं चक्रवृद्धि
  7. काम तथा समय
  8. चाल, समय तथा दूरी
2. बीजगणित
  1. बहुपद के गुणनखंड, बहुपदों का लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य एवं उनमें सम्बन्ध, शेषफल प्रमेय, सरल युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण
  2. समुच्चय सिद्धांत समुच्चय, उप-समुच्चय, उचित उप-समुच्चय, रिक्त समुच्चय, समुच्चयों के बीच संक्रियायें (संघ, प्रतिछेद, अन्तर, समिमित अन्तर), बेन-आरेख
3. रेखागणित
(i) त्रिभुज, आयत, वर्ग, समलम्ब चतुर्भुज एवं वृत्त की रचना एवं उनके गुण सम्बन्धी प्रमेय तथा परिमाप एवं उनके क्षेत्रफल; (ii) गोला, समकोणीय वृत्ताकार बेलन, समकोणीय वृत्ताकार शंकु तथा धान के आयतन एवं पृष्ठ क्षेत्रफल।
4. सांख्यिकी
आंकड़ों का संग्रह, आंकड़ों का वर्गीकरण, बारम्बारता, बारम्बारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारम्बारता, आंकड़ों का निरूपण, दण्डचार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र, बारम्बारता बहुभुज, संचयी बारम्बारता वक्र, केन्द्रीय प्रवृत्ति की माप- समान्तर माधय, माधियका एवं बहुलक।
कक्षा 10 तक की सामान्य अंग्रेज़ी
  • Comprehension
  • Active voice and passive voice
  • Parts of speech
  • Transformation of sentences
  • Direct and Indirect Speech
  • Punctuation and Spellings
  • Word meanings
  • Vocabulary and usage
  • Idioms and phrases
  • Fill in the blanks
कक्षा 10 तक की सामान्य हिंदी
  • हिंदी वर्णमाला, विराम चिन्ह
  • संधि, समास
  • क्रियाएं
  • अनेकार्थी शब्द
  • विलोम शब्द
  • पर्यायवाची
  • मुहावरे एवं लोकोक्तियां
  • त्तसम एवं तद्भव देशज विदेशी (शब्द भंडार)
  • वर्तनी
  • अर्थबोध
  • हिंदी भाषा के प्रयोग में होने वाली अशुद्धियां
  • उत्तर प्रदेश की मुख्य बोलियां
  • शब्द रचना, वाक्य रचना, अर्थ 
मेंस की परीक्षा में 6 पेपर अनिवार्य रूप से रहेंगे:–
  1. सामान्य अध्ययन पेपर १- 200 Marks
  2. सामान्य अध्ययन पेपर २- 200 Marks
  3. सामान्य अध्ययन पेपर ३- 200 Marks
  4. सामान्य अध्ययन पेपर ४- 200 Marks
  5. सामान्य हिंदी- 150 Marks
  6. निबंध- 150 Marks
  7. आप चाहें तो ऑफिसियल notification 2018 का लिंक यहाँ से डाउनलोड सकते हैं >> UP PCS OFFICIAL NOTIFICATION 2018

UP PSC GENERAL STUDIES SYLLABUS, PAPER- I- 2 HOURS

  1. भारतीय संस्कृति के इतिहास में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के प्रारूप, साहित्य एवं वास्तुकला के महत्त्वपूर्ण पहलू शामिल होंगे।
  2. आधुनिक भारतीय इतिहास (1757 ई – 1947 ई तक) – महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व एवं समस्याएँ इत्यादि।
  3. स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान।
  4. स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर एकीकरण और पुनर्गठन (1965 ई. तक).
  5. विश्व के इतिहास में 18वीं सदी से 20वीं सदी के मध्य तक की घटनाएँ जैसे फ़्रांसिसी क्रांति 1789, औद्योगिक क्रान्ति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनः सीमांकन, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन शास्त्र जैसे साम्यवाद, पूँजीवाद, समाजवाद, नाजीवाद, फ़ासीवाद इत्यादि के रूप और समाज पर उनके प्रभाव इत्यादि शामिल होंगे.
  6. भारतीय समाज और संस्कृति की मुख्य विशेषताएँ.
  7. महिलाओं एवं महिला-संगठनों की समाज में भूमिका, जनसंख्या तथा सम्बद्ध समस्याएँ, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएँ और उनके रक्षोपाय.
  8. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का अभिप्राय और उनका भारतीय समाज की अर्थव्यवस्था, राज्यव्यवस्था और समाज संरचना पर प्रभाव.
  9. सामाजिकसशक्तिकरण, साम्प्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता.
  10. विश्व के प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण – जल, मिट्टियाँ एवं वन, दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया में (भारत के विशेष संदर्भ में).
  11. भौतिक भूगोल की प्रमुख विशिष्टताएँ – भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी क्रियाएँ, चक्रवात, समुद्री जल धाराएँ, पवन एवं हिम सरिताएँ.
  12. भारत के सामुद्रिक संसाधन एवं उनकी संभाव्यता.
  13. मानव प्रयास – विश्व की शरणार्थी समस्या (भारत-उपमहाद्वीप के सन्दर्भ में).
  14. सीमान्त एवं सीमाएँ – भारत उपमहाद्वीप के सन्दर्भ में.
  15. जनसंख्या एवं अधिवास – प्रकार एवं प्रतिरूप, नगरीकरण, स्मार्ट नगर एवं स्मार्ट ग्राम.
  16. उत्तर प्रदेश का विशेष ज्ञान – इतिहास, संस्कृति, कला, साहित्य, वास्तुकला, त्यौहार, लोक-नृत्य साहित्य, प्रादेशिक भाषाएँ, धरोहरें, सामाजिक रीति-रिवाज एवं पर्यटन.
  17. उत्तर प्रदेश का विशेष ज्ञान – भूगोल, मानव एवं प्राकृतिक संसाधन, जलवायु, मिट्टियाँ, वन-वन्य जीव, खदान और खनिज, सिंचाई के स्रोत.

UP PSC GENERAL STUDIES SYLLABUS, PAPER – II- 2 HOURS

  1. भारतीय संविधान – ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ, संशोधन, महत्त्वपूर्ण प्रावधान तथा आधारभूत संरचना. संविधान के आधारभूत प्रावधानों के विकास में उच्चतम न्यायालय की भूमिका।
  2. संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढाँचे से सम्बंधित विश्व एवं चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियाँ।
  3. केंद्र – राज्य वित्तीय संबंधों में वित्त आयोग की भूमिका।
  4. शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थाएँ. वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्रों का उदय एवं उनका प्रयोग।
  5. भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य प्रमुख लोकतान्त्रिक देशों से तुलना।
  6. संसद एवं राज्य विधायिका – संरचना, संगठन और कार्य-सञ्चालन, शक्तियों एवं विशेषाधिकार तथा सम्बंधित विषय।
  7. कार्यपालिका और न्यापालिका की संरचना, संगठन एवं कार्य  – सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में भूमिका. जनहित वाद (PIL)।
  8. जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएँ.
  9. विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति, शक्तियों, कार्य तथा उनके उत्तरदायित्व।
  10. सांविधिक, विनिमयामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय, नीति आयोग समेत – उनकी विशेषताएँ एवं कार्यभाग।
  11. सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप, उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय एवं सूचना संचार प्रौद्योगिकी (ICT)।
  12. विकास प्रक्रियाएँ – गैर सरकारी संगठनों की भूमिका, स्वयं सहायता समूह (SHG), विभिन्न समूह एवं संघ, अभिदाता, सहायतार्थ संस्थाएँ, संस्थागत एवं अन्य अंशधारक।
  13. केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति-संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन, इन अति-संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिए गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
  14. स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से सम्बंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से सम्बंधित विषय।
  15. गरीबी और भूख से सम्बंधित विषय एवं राजनैतिक व्यवस्था के लिए इनका निहितार्थ।
  16. शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्त्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और संभावनाएँ, नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत व अन्य उपाय।
  17. लोकतंत्र में उभरती हुई प्रवृत्तियों के संदर्भ में सिविल सेवाओं की भूमिका।
  18. भारत एवं अपने पड़ोसी देशों से उसके सम्बन्ध.
  19. द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से सम्बंधित और/अथवा भारत के हितों k प्रभावित करने वाले करार।
  20. भारत के हितों एवं अप्रवासी भारतीयों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव।
  21. महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच – उनकी संरचना, अधिदेश तथा उनका कार्य भाग।
  22. उ.प्र. के राजनैतिक, प्रशासनिक, राजस्व एवं न्यायिक व्यवस्थाओं की विशिष्ट जानकारी।
  23. क्षेत्रीय, प्रांतीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के समसामयिक घटनाक्रम।

UP PSC GENERAL STUDIES SYLLABUS, PAPER- 3- 2 HOURS

  1. भारत में आर्थिक नियोजन, उद्देश्य एवं उपलब्धियाँ, नीति आयोग की भूमिका।
  2. गरीबी के मुद्दे, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय एवं समावेशी संवृद्धि।
  3. सरकार के बजट के अवयव तथा वित्तीय प्रणाली।
  4. प्रमुख फसलें, विभिन्न प्रकार की सिंचाई विधि एवं सिंचाई प्रणाली, कृषि उत्पाद का भण्डारण, ढुलाई एवं विपणन, किसानों की सहायता के लिए ई-तकनीकी।
  5. अप्रत्यक्ष एवं प्रत्यक्ष कृषि सहायकी तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से जुड़े मुद्दे, सार्वजनिक वितरण प्रणाली – उद्देश्य, क्रियान्वयन, परिसीमाएँ, सुदृढ़ीकरण खाद्य सुरक्षा एवं बफर भण्डार, कृषि सम्बंधित तकनीकी अभियान टेक्नोलॉजी मिशन।
  6. भारत में खाद्य प्रसंस्करण व सम्बंधित उद्योग – कार्यक्षेत्र एवं महत्त्व, स्थान निर्धारण, उर्ध्व व अधोप्रवाह आवश्यकताएँ, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
  7. भारत में स्वतंत्रता के बाद भूमि सुधार.
  8. भारत में वैश्वीकरण तथा उदारीकरण के प्रभाव, औद्योगिकी नीति में परिवर्तन तथा इनके औद्योगिक संवृद्धि पर प्रभाव।
  9. आधारभूत संरचना : ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन तथा रेलवे आदि।
  10. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – विकास एवं अनुप्रयोग (दैनिक जीवन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में, भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति)।
  11. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ, प्रौद्योगिकी का देशजीकरण। नवीन प्रौद्योगिकियों का विकास, प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, द्विअनुप्रयोगी एवं क्रांतिक अनुप्रयोग प्रौद्योगिकियाँ।
  12. सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर, ऊर्जा स्रोतों, नैनो प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में जागरूकता. बौद्धिक संपदा अधिकारों एवं डिजिटल अधिकारों से सम्बंधित मुद्दे।
  13. पर्यावरणीय सुरक्षा एवं पारिस्थितिकी तंत्र, वन्य जीवन संरक्षण, जैव विविधता, पर्यावरणीय प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय संघात आकलन।
  14. आपदा : गैर-पारम्परिक सुरक्षा एवं सुरक्षा की चुनौती के रूप में, आपदा उपशमन एवं प्रबंधन।
  15. अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियाँ : आणुविक प्रसार के मुद्दे, अतिवाद के कारण तथा प्रसार, संचार तन्त्र, मीडिया की भूमिका तथा सामाजिक तंत्रीयता, साइबर सुरक्षा के आधार, मनी लाउंडरिंग तथा मानव तस्करी।
  16. भारत की आन्तरिक सुरक्षा चुनौतियाँ : आतंकवाद, भ्रष्टाचार, प्रतिविद्रोह तथा संगठित अपराध।
  17. सुरक्षा बलों की भूमिका, प्रकार तथा शासनाधिकार, भारत का उच्च रक्षा संगठन।
  18. उत्तर प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य का विशिष्ट ज्ञान : उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का सामान्य विवरण, राज्य के बजट. कृषि, उद्योग, आधारभूत संरचना एवं भौतिक संसाधनों का महत्त्व. मानव संसाधन एवं कौशल विकास, सरकार के कार्यक्रम एवं कल्याणकारी योजनाएँ।
  19. कृषि, बागवानी, वानिकी एवं पशुपालन के मुद्दे।
  20. उत्तर प्रदेश के विशेष सन्दर्भ में कानून एवं व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा।

UP PSC GENERAL STUDIES SYLLABUS, PAPER- 4- 2 HOURS

नीतिशास्त्र तथा मानवीय अन्त
सम्बन्ध, मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सारतत्व, इसके निर्धारक और परिणाम : नीतिशास्त्र के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र।
मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा, मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
अभिवृत्ति
अंतर्वस्तु (content), संरचना, कार्य, विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं सम्बन्ध, नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि, सामाजिक प्रभाव और सहमति पैदा करना।
सिविल सेवा के लिए अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता तथा गैर-तरफदारी, वस्तुनिष्ठता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा करुणा।
सवेंगात्मक बुद्धि
अवधाराणाएँ तथा आयाम, प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और प्रयोग. भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों का योगदान।
लोक प्रशासनों में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र
स्थिति तथा समस्याएँ, सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, नियमन तथा अंतर्रात्मा, जवाबदेही तथा नैतिक शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (funding) में नैतिक मुद्दे, कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था।
शासन व्यवस्था में ईमानदारी
लोक सेवा की अवधारणा, शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक-निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
उपर्युक्त विषयों पर मामला सम्बन्धी अध्ययन (Case Study)।

UP PSC निबंध/ESSAY- 3 HOURS

निबंध के प्रश्नपत्र में तीन सेक्शन रहेंगे। Candidates को हर सेक्शन से एक टॉपिक को चुनना है।उन्हें हर टॉपिक पर निबंध 700 शब्दों में लिखना है। प्रत्येक खंड 50 – 50 अंकों का होगा। तीनों सेक्शन में जो टॉपिक होंगे वे निम्नलिखित क्षेत्र से सम्बंधित रहेंगे:—
Section A : (1) साहित्य और संस्कृति (2) सामाजिक क्षेत्र (3) राजनीतिक क्षेत्र
Section B: (1) विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी (2) आर्थिक क्षेत्र (3) कृषि, उद्द्योग और व्यापार।
Section C: (1) राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटना (2) प्राकृतिक आपदा–> लैंड स्लाइड, भूकंप, बाढ़ , सूखा आदि (3) राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएँ

UP PSC सामान्य हिंदी/GENERAL HINDI- 3 HOURS

1. दिए हुए गद्य खंड का अवबोध (Comprehension) और प्रश्नोत्तर
2. संक्षेपण (Precise Writing)
3. सरकारी एवं अर्धसरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र
4. शब्द ज्ञान एवं प्रयोग —>> i) उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रयोग ii) विलोम शब्द iii) वाक्यांश के लिए एकशब्द iv) वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि  v) लोकोक्ति एवं मुहावरे

वैकल्पिक विषयों की लिस्ट

UP PSC मेंस की परीक्षा में 1 पेपर आपको वैकल्पिक विषय (Optional Subjects) के रूप में लेना होगा
उन वैकल्पिक विषयों की लिस्ट (UP PSC Optional Subjects List)  है>>>
  • कृषि/Agriculture
  • जीव विज्ञान/Zoology
  • रसायन विज्ञान/Chemistry
  • भौतिकी/Physics
  • गणित/Mathematics
  • भूगोल/Geography
  • अर्थशास्त्र/Economics
  • सामाजिक विज्ञान/Sociology
  • दर्शनशास्त्र/Philosophy
  • भूगर्भशास्त्र/Geology
  • मनोविज्ञान/Psychology
  • वनस्पति विज्ञान/Botany
  • कानून/Law
  • पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान/Animal Husbandry & Veterinary Science
  • सांख्यिकी/Statistics
  • प्रबंधन/Management
  • राजनीतिक विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध/ Political Science & International Relations
  • इतिहास/History
  • सामाजिक कार्य/Social Work
  • मानवशास्त्र/Anthropology
  • सिविल इंजीनियरिंग/Civil Engineering
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग/Mechanical Engineering
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग/Electrical Engineering
  • वाणिज्य एवं लेखा/Commerce & Accountancy
  • लोक प्रशासन/Public Administration
  • कृषि इंजीनियरिंग/Agricultural Engineering
  • रक्षा अध्ययन/Defence Studies
  • चिकित्सा विज्ञान/Medical Science
साहित्यिक विषय/Literature Subjects
  1. English Lit.
  2. Urdu Lit.
  3. Arabic Lit.
  4. Hindi Lit.
  5. Persian Lit.
  6. Sanskrit Lit.
Note: वैकल्पिक विषय में दो पेपर होंगे (200+200 = 400 Marks के).
  1. इंटरव्यू का टोटल मार्क्स 100 है.
  2. आपकी रूचि, शैक्षणिक बैकग्राउंड के विषय में पूछा जा सकता है.
  3. प्रायः सामान्य जागरूकता , बुद्धि, वाक्पटुता, चरित्र, अभिव्यक्ति शक्ति / व्यक्तित्व की जाँच की जाती है।

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