कोरोना काल में परीक्षा देर से होने के कारण प्रदेशभर के लाखों छात्र-
छात्राओं का बास और परास्नातक का रिजल्ट कैंपस है।
यदि 30 नवंबर तक परिणाम घोषित नहीं होते हैं तो ये अभ्यर्थी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के 15508 पदों की भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।
प्रयागराज मंडल में 25 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं का परिणाम फंसा हुआ है।
चयन बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर के बाद कोई भी फॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा।
प्रो। राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय और उससे जुड़ी डिग्री कॉलेजों में बीएड अंतिम सेमेस्टर के 7522 अभ्यर्थियों की परीक्षा हुई तकरीबन एक महीने हो गए हैं।
लेकिन अब तक रिजल्ट के बारे में जानकारी नहीं है।
इसी प्रकार केस्स्नातक के 8524 परीक्षार्थियों के परिणाम की भी कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
इलाहाबाद विश्विव और उससे संबद्ध कॉलेजों में परास्नातक के तकरीबन 10 हजार और बीएड के 167 प्रशिक्षणक्षुओं का परिणाम इस महीने आएगा या नहीं, इसके बारे में असमंजस है।
इस प्रकार इलाहाबाद और इससे जुड़े चार जिलों को ही मान लें तो 25 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को अपने परिणाम का इंतजार है। प्रदेश के 75 जिलों में यह संख्या लाखों में है।
चार साल से माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं ने संसाधनों से जल्द परिणाम घोषित करने की मांग की है ताकि वे शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर सकें।
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