UP बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन / मान्यता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 कक्षा 5 तक) पठन-पाठन हेतु विस्तृत समय-सारिणी जारी, देखें आदेश - updatesbit

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UP बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन / मान्यता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 कक्षा 5 तक) पठन-पाठन हेतु विस्तृत समय-सारिणी जारी, देखें आदेश

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन / मान्यता प्राप्त


प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 कक्षा 5 तक) पठन-पाठन हेतु समय-सारिणी (Time-Table) का प्रेषण-


शासनादेश संख्या-867/68-5-2020 दिनॉक 14 अगस्त, 2020 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जो बेसिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से टाइम एण्ड मोशन स्टडी के आधार पर शैक्षणिक कार्यों के लिये समय अवधि एवं कार्य निर्धारण के संबंध में है उक्त शासनादेश के माध्यम से उ0प्र0 बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय / मान्यता प्राप्त विद्यालयों के लिये-विद्यालय अवधि, शैक्षणिक समय, समय-सारिणी, शिक्षण दिवस, सार्वजनिक अवकाश, ग्रीष्मावकाश/ शीतकालीन अवकाश, विद्यालयों में पंजिक रख-रखाव आदि के संबंध विस्तृत दिशा-निर्देश प्रेषित किये गये हैं।

तत्कम में विद्यालयों में कक्षा-1 से कक्षा-5 तक के उपयोगार्थ विस्तृत समय-सारिणी (Time Table) तैयार की गयी है, जो इस पत्र के साथ संलग्न कर प्रेषित की जा रही है। विद्यालयों के लिये तैयार की गयी समय-सारिणी संबंधी महत्वपूर्ण निर्देश -


1. विद्यालयों के पुनः खुलने पर इस निर्देश पत्र के साथ संलग्न समय-सारिणी के अनुसार विद्यालय में शिक्षण अधिगम एवं अन्य गतिविधियों सुनिश्चित की जायेंगी।


2. समय-सारिणी ग्रीष्म व शीतकाल के लिए पृथक-पृथक तैयार की गयी है तदनुसार कक्षाओं में समय-सारिणी का परिवर्तन किया जाये। 3. विद्यालय अवधि के प्रथम 15 मिनट में प्रार्थना सभा, योग और छात्र-उपस्थिति गणना/ अंकन का कार्य किया जाये।


4. मध्यान्ह भोजन वितरण के लिये 30 मिनट निर्धारित है. इस अवधि में बच्चों को बैठाना, भोजन वितरण कराना एवं वापस कक्षा में जाने का कार्य पूर्ण किया जाये।


5. समय-सारिणी विद्यालय में शिक्षकों की उपलब्धता के अनुसार तैयार की गयी है। विद्यालय में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या के आधार पर ही समय-सारिणी के अनुरूप प्रधानाध्यापक द्वारा कक्षाओं का विभाजन एवं आवंटन किया जाये। 

विद्यालय में शिक्षकों का विभाजन कक्षा अनुसार किया जाये न कि विषय विशेषज्ञता के अनुसार। बच्चों में समस्त विषयों का लर्निंग आउटकम प्राप्त कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित शिक्षक की होगी।


6. संयुक्त कक्षा में शिक्षण कार्य कराये जाने के लिये निम्नांकित तथ्यों को ध्यान में रखा जाये :-


. दोनों कक्षाओं को अलग-अलग बैठाये।


. दोनों कक्षाओं को साथ में पढ़ाने की विधि :- प्रतिदिन पढ़ाया जाने वाला पाठ्यकम दोनों कक्षाओं के लिये एक दिन पहले से ही निर्धारित किया जाये।


पाठ्यक्रम के अनुसार प्रत्येक कक्षा हेतु शिक्षण कार्य के लिये समय निर्धारित किया जाये। जिस कक्षा में शिक्षक उपस्थित नहीं है, उस कक्षा में कार्यपुस्तिका, चर्चा के लिये दिये गये विषय


आदि गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का ध्यान कक्षा-कक्ष में केन्द्रित किया जाये । ४ कालांश के अन्त में विषय-वस्तु का समेकन करते हुए बच्चों द्वारा किये गये कार्यों की जाँच की जाये।


7. मिशन प्रेरणा के अंतर्गत बच्चों में आधारभूत दक्षताओं के विकास पर विशेष बल दिया गया है उक्त लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कक्षा 1 एवं 2 में फाउण्डेशनल लर्निंग के अंतर्गत विशेष गतिविधि आधारित शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया अपनानी होगी। 

अतः कक्षा 1 एवं 2 में ऐसे शिक्षक या शिक्षकों को दायित्व दिया जाए जो विद्यालय के सबसे कर्मठ, लगनशील एवं कक्षा 1 एवं 2 की विषय- वस्तु तथा शिक्षण विधा को पूर्ण रूप से समझते हों तथा उसे लागू करने के लिए उत्साहित हो।


8. पढ़ाते समय प्रेरणा सूची के अनुसार लर्निंग आउटकम को अवश्य ध्यान में रखा जाये। 9. कक्षा को रोचक बनाने के लिए ध्यानाकर्षण, आधारशिला एवं शिक्षण संग्रह में दी गई गतिविधियों का अधिकाधिक प्रयोग किया जाये। 

साथ ही आवश्यकतानुसार टी०एल०एम० का प्रयोग करते हुए बच्चों को अभ्यास करने का अवसर भी प्रदान किया जाये। ध्यानाकर्षण में दी गई 18 विभिन्न तकनीकियों एवं उन पर आधारित वीडयो के माध्यम से कक्षा-कक्ष में लागू किया जाये।


10. आधारशिला कियान्वयन संदर्शिकाओं में वर्णित शिक्षण विधि के माध्यम से संरचित शिक्षण (Structured Teaching Plans) विधियों का कक्षा-कक्ष में प्रभावी प्रयोग किया जाये। 11. सपोर्टिव सुपरविजन के माध्यम से तथा विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान समय-सारिणी के अनुपालन संबंधी अनुश्रवण सुनिश्चित किया जायेगा। 12. शिक्षण समय में एस0एम०सी0/ ग्राम प्रधान / माँ समूह या किसी अन्य समूह के साथ कोई सामुदायिक गतिविधि या चर्चा न की जाये।

तत्कम में समय-सारिणी (संलग्न) इस आशय से प्रेषित की जा रही है कि इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे कि बच्चों के लिये विद्यालय खुलने के उपरान्त तदनुसार विद्यालय सुचारू रूप से संचालित किये जा सकें।

 राज्य परियोजना कार्यालय स्तर से मुद्रण के उपरान्त उक्त समय-सारिणी एवं वितरण के निर्देश प्रेषित किये जायेंगे उक्त के संबंध में अपने स्तर से जनपद के समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं प्रधानाध्यापकों को अवगत कराते हुए तदनुसार निर्देशित करने का कष्ट करें उच्च प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा-6 से कक्षा-8 तक) में पठन-पाठन हेतु समय-सारिणी (Time-Table) पृथक से बाद में प्रेषित की जायेगी।


भवदीय,


(विजय किरन आनन्द) राज्य परियोजना निदेशक


यहां देखें विस्तृत आदेश-






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