सभी परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के साथ
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय अगले तीन साल में टिप-टॉप होंगे। विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों और शिक्षकों को संयुक्त रूप से शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लेकर 2022-23 तक के लिए विद्यालय विकास योजना बनाने को कहा गया है।
योजना के तहत शिक्षा से लेकर भौतिक संसाधन तक बेहतर करने की कवायद है।
विद्यालय की आवश्यकताओं में शुद्ध पेयजल, वाटर कनेक्शन व सबमर्सिबल, बालक व बालिका के लिए अलग-अलग वॉशरूम, इंसीनरेटर, रैंप, हाथ धोने, फर्निचर, रसोईघर की बेसिक सुविधा, संग्रहित भोजन की सुविधा, बाउंड्रीवाल, पाथवे, बिजली, साफ-सफाई, मिड-डे-मील के लिए शेड, रंगाई-पुताई आदि का ब्योरा मांगा गया है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए फाउंडेशनल लर्निंग का पीरियड व समय सारिणी, प्रत्येक पाठ की पाठयोजना, बच्चों के सीखने की क्षमता में सुधार, प्रेरक विद्यालय बनाने की कार्ययोजना, पुस्तकालय, प्रिंट-रिच क्लासरूम, स्मार्टक्लास के प्रयोग की कार्ययोजना और अध्यापक प्रशिक्षण की आवश्यकता के विषय में जानकारी मांगी गई है।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव के अनुसार परिषदीय विद्यालयों में सुविधाओं और शिक्षकों की आवश्यकता है।
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