उत्तर प्रदेश के साढ़े चार हजार से अधिक सहायता प्राप्त
माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के लगभग 17 हजार पदों पर भर्ती शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से 29 अक्तूबर को विज्ञापन जारी हो गया है। जुलाई 2021 से पहले नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य है।
चयन बोर्ड के अध्यक्ष वीरेश कुमार ने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में रिक्तियों का ब्योरा प्रस्तुत किया था।
प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 12949, प्रवक्ता या पीजीटी के 2609 के साथ ही संस्था प्रधान या प्रधानाचार्य के 1453 कुल 17,011 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव भेजा गया था।
लेकिन उसके बाद से कुछ पदों पर समायोजन होने के कारण रिक्तियों की संख्या थोड़ी कम हो गई है।
टीजीटी-पीजीटी शिक्षकों की भर्ती चार साल बाद जबकि प्रधानाचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया सात साल बाद शुरू होने जा रही है।
पहली बार इन भर्तियों में आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के अभ्यर्थियों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में एडेड कॉलेजों में पूर्व से कार्यरत तदर्थ शिक्षकों से भी ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।
उन्हें सेवाकाल के अनुरूप वेटेज मिलेगा।
सेवाकाल का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे। नई भर्ती में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) से साक्षात्कार समाप्त हो रहा है। एमएड, पीएचडी और खेल जैसे भारांक भी समाप्त होंगे।
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