शिक्षक भर्ती में तदर्थ शिक्षकों का फंसा पेच, शिक्षकों को राहत देने का सुगम रास्ता निकालने की वजह से भर्ती अटकी - updatesbit

Career, Job and Money Tips

Post Top Ad

शिक्षक भर्ती में तदर्थ शिक्षकों का फंसा पेच, शिक्षकों को राहत देने का सुगम रास्ता निकालने की वजह से भर्ती अटकी

प्रयागराज : एडेड माध्यमिक कालेजों की शिक्षक भर्ती में तदर्थ


शिक्षकों का पेच फंसा है, इन शिक्षकों को राहत देने का सुगम रास्ता निकालने की वजह से भर्ती अटकी है। 

उधर, विपक्ष व खासकर शिक्षक विधायक सरकार पर हमलावर हैं प्रयागराज में प्रतियोगी चयन बोर्ड पर सवाल उठा रहे हैं। इस संबंध में कई उच्च स्तरीय बैठकें भी हो चुकी हैं। 

उहापोह से इस माह भर्ती का संशोधित विज्ञापन जारी होने के आसार नहीं है, बल्कि अब मार्च में भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है।

 माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उत्तर प्रदेश ने अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक कालेजों के लिए चार साल बाद 29 अक्टूबर को 15508 पदों की शिक्षक भर्ती निकाली थी। एक माह के अंदर 18 नवंबर को घोषित विज्ञापन निरस्त कर दिया गया। 

वजह, पहली बार तदर्थ शिक्षकों को भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लिखित परीक्षा देनी है। 

विज्ञापन में उनका प्रति प्रश्न मूल्यांकन प्रतियोगियों की अपेक्षा कम रहा है। साथ ही प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के विज्ञापन में जीव विज्ञान विषय का उल्लेख नहीं था, इसका शिक्षक व प्रतियोगियों ने विरोध किया।

 दोनों ¨बदुओं में सुधार के लिए विज्ञापन निरस्त करके जल्द घोषित करने का ऐलान किया गया। अब तक तदर्थ शिक्षकों का प्रकरण सुलझ नहीं सका है। इस समय सदन चल रहा है, विधान परिषद में विपक्ष और खासकर शिक्षक विधायक तदर्थ शिक्षकों के भविष्य का सवाल उठा रहे हैं। 

उनका तर्क है कि उच्च पदों पर तैनात अफसरों की यदि दोबारा लिखित परीक्षा करा ली जाए तो उनमें से चंद अफसर ही शायद उत्तीर्ण होंगे। ऐसे में तदर्थ शिक्षक लिखित परीक्षा कैसे उत्तीर्ण हो सकेंगे।


सरकार की ओर से कहा गया कि इन शिक्षकों पर वह बेहद गंभीर है लेकिन, शीर्ष कोर्ट का निर्देश ऐसा है कि लिखित परीक्षा को टाला नहीं जा सकता।


15, 508 पदों पर प्रस्तावित भर्ती लिखित परीक्षा में शामिल होने वाले तदर्थ शिक्षकों को लेकर लटका हुआ है अभी प्रकरण



प्रदर्शन करके चयन बोर्ड को कोस रहे

सरकार ने विधायकों से यह भी कहा कि शीर्ष कोर्ट का आदेश देख लें और ¨बदुवार सुझाव दें, यदि कोई रास्ता है तो सरकार उस पर विचार करेगी। सभापति का निर्देश हुआ कि विधायकों के साथ और बैठक करके रास्ता खोजा जाए। यह भर्ती आगे न बढ़ने से प्रतियोगी नाराज हैं वे आंदोलन प्रदर्शन करके चयन बोर्ड को कोस रहे हैं। अब मार्च माह में संशोधित विज्ञापन जारी होने की उम्मीद है।


No comments:

Post a Comment

Post Top Ad