प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट
प्रोफेसर के 2003 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के भी मान्य होगा।
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी का कहना है कि पूर्व की तरह साक्षात्कार के समय एनओसी दे सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन के समय ही पूर्व से सेवारत अभ्यर्थियों से संबंधित विभागों का एनओसी मांगे जाने से परेशान थे।
अभ्यर्थियों को लग रहा था कि बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र लगाए फॉर्म भरने पर कहीं निरस्त न हो जाए। गौरतलब है कि पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 मार्च है।
प्राचार्य के 290 पदों पर भर्ती के साक्षात्कार शुरू
अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्राचार्य के 290 पदों पर साक्षात्कार शनिवार से शुरू हो गया।
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में साक्षात्कार के साथ ही अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन कार्य भी होता रहा। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को आयोग परिसर में जाने की अनुमति नहीं थी। पहली बार लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद प्राचार्यों का चयन हो रहा है।
आयोग ने 2015 में यह व्यवस्था लागू की थी। दो तीन बार प्राचार्य भर्ती के लिए आवेदन भी लिए लेकिन भर्ती शुरू नहीं हो पा रही थी। अब तक तकरीबन छह साल बाद नई व्यवस्था से चयन हो रहा है।
हालांकि कुछ लोग लिखित परीक्षा का विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्राचार्य का पद प्रशासनिक है तो इसके लिए विषय की लिखित परीक्षा कराने का क्या औचित्य।
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