लखनऊ : यूपी में माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में इस बार
कक्षा 6 से 8 छात्रों की परीक्षाएं नहीं होंगी, जबकि 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं सत्र 2020-21 के अनुसार कराई जाएंगी।
परिषद के राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों का बेसिक शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार असेसमेंट किया जाएगा।
इससे पहले, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को इस बार भी बिना परीक्षा अगली कक्षा में भेजने का फैसला हो चुका है।
प्रेरणा ज्ञानोत्सव के जरिए मूल्यांकन बनेगा प्रमोट करने का पैमाना
परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा एक से आठवीं के बच्चे इस सत्र में भी बगैर परीक्षा दिए ही अगली कक्षा में प्रमोट किए जाएंगे। शासन के निर्देश के बाद से परिषदीय स्कूलों में इसकी तैयारी शुरू की जा चुकी है।
बच्चों को प्रमोट करने से पहले मूल्यांकन में प्रेरणा ज्ञानोत्सव के जरिये बच्चों के सीखने और पढ़ने की क्षमता का आकलन किया जाएगा।
जिले में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा 1503 परिषदीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन विद्यालयों में 2.28 लाख बच्चे पंजीकृत हैं।
लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई की हुई क्षति को पूरा करने के लिए इन दिनों बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 100 दिनी प्रेरणा ज्ञानोत्सव कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसी के अंतर्गत कक्षा स्तर पर बच्चों का
बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू की कवायद
शासन की ओर से कक्षा एक से आठवीं के बच्चों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है।
विद्यालयों में प्रेरणा ज्ञानोत्सव के तहत शिक्षण कार्य शुरू हो चुका है। बच्चों की क्षमता के आकलन का पैमाना भी शासन ने निर्धारित किया है।
चंद्रकेश सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
यूपी बोर्ड कक्षा आठ तक के बच्चों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
हालांकि इन स्कूलों ने ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारी की है। कुछ स्कूलों में परीक्षा शुरू भी हो गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा व रही है कि यह आदेश सिर्फ परिषदीय स्कूलों के मूल्यांकन किया जाएगा।
इसी के आधार पर उन्हें लिए ही प्रभावी अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। सीबीएसई और रहेगा।
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