पंचायत चुनाव 2021: कर्मचारियों में कोरोना का खौफ, संक्रमण के बावजूद ड्यूटी लगाने का आरोप, प्रशासन के पसीने छूटे - updatesbit

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पंचायत चुनाव 2021: कर्मचारियों में कोरोना का खौफ, संक्रमण के बावजूद ड्यूटी लगाने का आरोप, प्रशासन के पसीने छूटे

पंचायत चुनाव का तीसरा चरण 26 अप्रैल को है। इसके लिए


मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण कर्मचारी खौफ में हैं। 

अधिकतर जिलों में कर्मचारियों ने चुनाव से ड्यूटी कटवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिए हैं। कुछ कर्मचारियों ने खुद को बीमार बताया है जबकि कुछ ने अपने परिजनों को संक्रमित बताते हुए ड्यूटी से छूट मांगी है। 

उधर, कर्मचारी संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि चुनाव स्थगित किए जाएं क्योंकि चुनाव ड्यूटी में कोविड प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं हो रहा है और कर्मचारियों की जान खतरे में है।

प्रदेश के 20 जिलों में 26 अप्रैल को चुनाव होना है। इसके लिए तैयारियां प्रशासनिक स्तर पर जोर शोर से हो रही हैं। 

परेशानी यह है कि प्रशासन को इस समय पोलिंग पार्टियों को पूरा करना मुश्किल हो रहा है। 

चुनाव ड्यूटी में तैनात काफी कर्मचारी पत्र दे रहे हैं कि उन्हें चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाए। 

कर्मचारी संगठनों का दावा है कि कर्मचारी इस समय खतरे में हैं। वे बीमार हैं और ऐसे समय में चुनाव कराना तर्कसंगत नहीं है।

कोविड में भी ड्यूटी, चुनाव में भी

कई जिलों में कर्मचारियों ने यह शिकायत की है कि जिन स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कोविड-19 में है उनकी चुनाव में ड्यूटी भी लगा दी गई है।

 कन्नौज में 2 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी चुनाव में भी लगाने का मामला सामने आया है, इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की गई।

पॉजिटिव आने के बाद भी नहीं काटी ड्यूटी

लखनऊ में कृषि विभाग के एक कर्मचारी की कोरोना जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 

कर्मचारी की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी। पॉजिटिव आने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने चुनाव ड्यूटी काटने से इनकार कर दिया।

 कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने जब धरने पर बैठने की चेतावनी दी तब कहीं जाकर इस कर्मचारी की ड्यूटी चुनाव से काटी गई।

तीसरे चरण में शामिल हैं 20 जिले

यूपी पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में 20 जिले शामिल हैं, जिनमें शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, देवरिया, चंदौली, मिर्जापुर और बलिया हैं। यहां 26 अप्रैल को मतदान होगा।

प्रतिदिन 100 से 200 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आ रहे

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री अतुल मिश्रा का कहना है कि प्रतिदिन 100 से 200 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं।

 बावजूद इसके सरकार चुनाव कराने पर आमादा है जो गलत है। कई ऐसे लोगों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है जो पॉजिटिव हैं। कर्मचारियों की जान खतरे में है। 

हम सरकार से मांग करते हैं कि इस चुनाव को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए।

उत्तर प्रदेश के लोनिवि मिनि.एसोसिएशन के प्रवक्ता सीपी श्रीवास्तव का कहना है कि चुनाव ड्यूटी में कोविड प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं हो रहा है।

 19 अप्रैल के चुनाव में कई बीमार कर्मचारियों को उनके बच्चे चुनाव ड्यूटी पर ले कर आए थे। दरखास्त के बावजूद भी उनकी ड्यूटी नहीं काटी गई थी। 

मेरी खुद की ड्यूटी 18 अप्रैल की शाम 4:30 बजे अचानक सहयोगी के रूप में आ गई। हम फिर से पत्र भेजकर मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि चुनाव स्थगित कर दिए जाएं।


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