‘शिक्षामित्रों के दर्द’ के बाद अब बेरोजगार युवा शिक्षक भर्ती को
लेकर टि्वटर पर हैं।
कोरोना काल में डिजिटल प्रदर्शन और अपनी मांगों को सामने रखने के लिए ट्विटर सबसे प्रभावी मंच बन गया है।
बुधवार को बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में होने वाली 51 हजार शिक्षक भर्ती की मांग की।
शाम तक ‘ब्लैकडे रिलीज यूपीपीआरटी’ व शिक्षक भर्ती हैशटैग से सात लाख से ज्यादा ट्वीट शिक्षक भर्ती को लेकर हो चुके हैं।
दो जून को काला दिवस मनाते हुए कुछ जिलों में युवाओं ने शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर मुण्डन भी करवाया है। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 51 हजार पदों पर शिक्षक भर्ती होनी है।
लेकिन कोरेाना संक्रमण के कारण अब तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। वहीं 69 हजार शिक्षक भर्ती में बचे हुए 5100 पदों पर भी अभी तक काउंसिलिंग नहीं हो पाई है।
ऐसे में युवा सरकार पर दबाव बनाने के लिए लामबंद हो रहे हैं। इस वर्ष संक्रमण के कारण टीईटी और डीएलएड में प्रवेश तक नहीं हो पाए हैं।
लिहाजा शिक्षक भर्ती से पहले सरकार पर टीईटी करवाने का भी दबाव होगा। इससे पहले शिक्षामित्रों ने अपनी मांगों को लेकर अभियान छेड़ा था और पांच लाख से ज्यादा ट्वीट इसे लेकर किए गए और अब वे 5 जून को फिर से अपना ट्विटर अभियान छेड़ेंगे।
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