उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बने पंचायत भवनों की देख-
रेख और पंचायत के कुशल कार्य संचालन के लिए सरकार द्वारा पंचायत सहायक के 58 हजार पदों पर भर्ती करा रही है।
उत्तर प्रदेश में शिक्षित युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और पंचायत स्तर के कार्यों का कुशल प्रबंधन करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा 58,189 पंचायत सहायक पदों में भर्ती कराई जा रही है।
इस भर्ती को पूरा कराने की जिम्मेदारी पंचायतीराज विभाग उत्तर प्रदेश को सौंपी गई है। विभाग ने इस भर्ती की आवेदन और चयन प्रक्रिया पूरी करा ली है, जबकि चयनित अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिल पाई है।
क्योंकि इस भर्ती की चयन प्रक्रिया और अन्य कई नियमों को लेकर मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में विचाराधीन है।
लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि कोर्ट जल्द ही इस मामलें में कोई बड़ा फैसला दिया जा सकता है, जिसके बाद पंचायत सहायक पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति दे दी जाएगी। हालांकि अभ्यर्थियों को अभी न्यायालय के फैसले का इंतजार करना पड़ेगा।
क्या हैं पंचायत सहायक पदों में भर्ती कराए जाने के मुख्य उद्देश्य
पंचायती राज व्यवस्था (उ0 प्र0) के अंतगर्त ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत आते हैं। इस व्यवस्था की सबसे निचली इकाई ग्राम पंचायत होती है। इस पंचायत इकाई को सशक्त और प्रभावी माना जाता है। ऐसे में सरकार द्वारा पंचायत सहायक पदों के सृजन करने के निम्न मुख्य उद्देश्य हैं।
पंचायतों को उत्तरदायी संस्था के रूप में विकसित किए जाने हेतु प्रोत्साहित करना।
पंचायतों का सशक्तिकरण एवं पारदर्शी लेखांकन।
पंचायतों में पारदर्शी वित्तीय प्रबंधन।
डिजिटलाइजेशन की गांवों तक पहुंच बनाना।
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