समय से पहले मूल्यांकन पूरा करवाने वाला यूपी बोर्ड अबकी रिजल्ट देने में रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में है। पिछले 12 सालों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम सबसे जल्द 2019 में 27 अप्रैल को घोषित किया गया था। सूत्रों की मानें तो इस बार 27 अप्रैल से पहले 10वीं-12वीं का रिजल्ट आ सकता है।
समय से पहले मूल्यांकन पूरा करवाने वाला यूपी बोर्ड अबकी रिजल्ट देने में रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में है। पिछले 12 सालों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम सबसे जल्द 2019 में 27 अप्रैल को घोषित किया गया था। सूत्रों की मानें तो इस बार 27 अप्रैल से पहले 10वीं-12वीं का रिजल्ट आ सकता है। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल स्वयं आधी रात तक परिणाम बनवाने में जुटे हैं।
प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों से गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा कर रहे हैं। कई केंद्र व्यवस्थापकों ने ओएमआर शीट भेजने की बजाय काउंटरफॉइल भेज दी है।
उसका मिलान कराते हुए रिजल्ट अपडेट कराया जा रहा है, ताकि अपूर्ण परिणाम न रहे। गौरतलब है कि प्रदेशभर के 258 केंद्रों पर हाईस्कूल की लगभग 1.86 करोड़ तथा इंटरमीडिएट की 1.33 करोड़ कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 31 मार्च को पूरा हो गया।
● समय से पहले मूल्यांकन पूरा करने के बाद बोर्ड ने तैयारी तेज की
● आधी रात तक परिणाम बनवाने में स्वयं जुटे हैं सचिव
पांच अप्रैल को परिणाम घोषित होने की अफवाह
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम पांच अप्रैल को घोषित होने की अफवाह वायरल हो रही है। शरारतीतत्वों ने यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल के हस्ताक्षर से एक विज्ञप्ति वायरल की है जिसमें पांच अप्रैल को दो बजे हाईस्कूल और चार बजे इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित होने की बात कही गई है। हालांकि इसकी जानकारी होने के तत्काल बाद सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने विज्ञप्ति जारी कर फर्जी सूचना वायरल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। सचिव का कहना है कि उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाया गया है। इसका संज्ञान न लिया जाए
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