सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) परीक्षा-2018 के लिए शुक्रवार से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई।
इस परीक्षा में पहली बार माइनस मार्किंग होगी।
साथ ही प्रारंभिक (प्री) और मुख्य (मेंस) परीक्षा में सफलता के लिए अभ्यर्थियों को न्यूनतम अर्हता अंक प्राप्त करने होंगे।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शुक्रवार को एपीओ के 17 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा का विस्तृत विज्ञापन अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया।
एपीओ परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 28 जनवरी निर्धारित की गई है जबकि बैंक में ऑनलाइन माध्यम से शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 25 जनवरी होगी।
आयोग अपनी परीक्षाओं में माइनस मार्किंग लागू कर चुका है और इस व्यवस्था के तहत एपीओ परीक्षा में भी पहली बार माइनस मार्किंग होगी।
प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न आएंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए चार वैकल्पिक उत्तर होंगे। प्रत्येक प्रश्न के गलत जवाब पर निर्धारित अंक का एक तिहाई (0.33) माइनस मार्किंग के रूप में काट लिया जाएगा।
अगर कोई अभ्यर्थी एक से अधिक उत्तर देता है तो इसे गलत माना जाएगा और माइनस मार्किंग के तहत अंक काटे जाएंगे।
40 फीसदी से कम अंक मिले तो मेरिट से बाहर
सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) परीक्षा-2018 प्री और मेंस में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए न्यूनतम अर्हता अंक 30 फीसदी और अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम दक्षता मानक अंक 40 फीसदी निर्धारित किए गए हैं। इससे कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा।
अभ्यर्थियों से सामान्य हिंदी के प्रश्नपत्र में न्यूनतम अंक प्राप्त करने की अपेक्षा की जाएगी जो स्थिति के अनुसार शासन या आयोग की ओर से अवधारित किए जाएंगे।
परीक्षा के लिए वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे, जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि तक किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त कर ली हो।
परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की आयु एक जनवरी 2018 को न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। यानी अभ्यर्थी की जन्मतिथि दो जुलाई 1978 से पूर्व और एक जुलाई 1997 के बाद नहीं होनी चाहिए।
वहीं, दिव्यांग अभ्यर्थी की आयु अधिकतम 55 वर्ष होनी चाहिए। यानी जन्मतिथि दो जुलाई 1963 के पूर्व नहीं होनी चाहिए।
डेढ़ सौ अंकों की होगी प्रारंभिक परीक्षा
इस परीक्षा में पहली बार माइनस मार्किंग होगी।
साथ ही प्रारंभिक (प्री) और मुख्य (मेंस) परीक्षा में सफलता के लिए अभ्यर्थियों को न्यूनतम अर्हता अंक प्राप्त करने होंगे।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शुक्रवार को एपीओ के 17 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा का विस्तृत विज्ञापन अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया।
एपीओ परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 28 जनवरी निर्धारित की गई है जबकि बैंक में ऑनलाइन माध्यम से शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 25 जनवरी होगी।
आयोग अपनी परीक्षाओं में माइनस मार्किंग लागू कर चुका है और इस व्यवस्था के तहत एपीओ परीक्षा में भी पहली बार माइनस मार्किंग होगी।
प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न आएंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए चार वैकल्पिक उत्तर होंगे। प्रत्येक प्रश्न के गलत जवाब पर निर्धारित अंक का एक तिहाई (0.33) माइनस मार्किंग के रूप में काट लिया जाएगा।
अगर कोई अभ्यर्थी एक से अधिक उत्तर देता है तो इसे गलत माना जाएगा और माइनस मार्किंग के तहत अंक काटे जाएंगे।
40 फीसदी से कम अंक मिले तो मेरिट से बाहर
सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) परीक्षा-2018 प्री और मेंस में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए न्यूनतम अर्हता अंक 30 फीसदी और अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम दक्षता मानक अंक 40 फीसदी निर्धारित किए गए हैं। इससे कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा।
अभ्यर्थियों से सामान्य हिंदी के प्रश्नपत्र में न्यूनतम अंक प्राप्त करने की अपेक्षा की जाएगी जो स्थिति के अनुसार शासन या आयोग की ओर से अवधारित किए जाएंगे।
परीक्षा के लिए वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे, जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि तक किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त कर ली हो।
परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की आयु एक जनवरी 2018 को न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। यानी अभ्यर्थी की जन्मतिथि दो जुलाई 1978 से पूर्व और एक जुलाई 1997 के बाद नहीं होनी चाहिए।
वहीं, दिव्यांग अभ्यर्थी की आयु अधिकतम 55 वर्ष होनी चाहिए। यानी जन्मतिथि दो जुलाई 1963 के पूर्व नहीं होनी चाहिए।
डेढ़ सौ अंकों की होगी प्रारंभिक परीक्षा
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