इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं लगभग 70 शिक्षकों को संदिग्ध की श्रेणी में रखते हुए प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए भेजे गए हैं।
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वहीं अब शासन ने लम्बे समय तक अनुपस्थित रहने वाले और समय पर स्कूल न पहुंचने वाले शिक्षकों भी शिकंजा कसने के निर्देश दिए हैं।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने प्रेरणा पोर्टल पर मौजूद ब्यौरे के आकलन के बाद कहा है कि केजीबीवी में शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं तो उनकी संविदा खत्म कर दी जाए।
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ऐसे शिक्षकों की संविदा खत्म न करना बेसिक शिक्षा अधिकारियों की काम के प्रति लापरवाही सिद्ध होती है।
वहीं उन्होंने स्कूल में समयबद्ध उपस्थित पर बल दिया है और कहा है कि यदि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आएंगे तो इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक जिम्मेदार होंगे।
महानिदेशक ने 16 जुलाई का डैशबोर्ड के आधार पर समीक्षा की है।
16 जुलाई को प्रदेश के 746 केजीबीवी में कार्यरत 9369 शिक्षकों व कर्मचारियों में से केवल 7377 उपस्थित थे। इसमें से 6353 कर्मचारी तयशुदा समय के बाद स्कूल पहुंचे और 881 स्कूल खत्म होने से पहले ही स्कूल से निकल गए।
उन्होंने कहा कि ये स्थिति असंतोषजनक है। इसमें सुधार न होने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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