UP के परिषदीय विद्यालयों के लिए 69,000 सहायक अध्यापक
भर्ती में खाली पदों का विवरण बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से उपलब्ध नहीं कराने की वजह से तीसरे चरण की काउंसलिंग फंस गई है।
पंचायत चुनाव और कोरोना संकट की वजह से सचिव बेसिक शिक्षा अधिकारी के बार-बार निर्देश के बाद भी बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने जिले में खाली पदों का विवरण नहीं भेजा।
ऐसे में प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद भी भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी।
दरसल 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में दो चरण की काउंसलिंग के बाद पांच हजार से अधिक पद खाली रह गए थे।
मंत्री की घोषणा और अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पांच से छह बार खाली पदों का विवरण भेजने का आदेश दिया।
लेकिन पहले बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के पंचायत चुनाव में लगे होने और अब तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से खाली पदों का विवरण तैयार नहीं हो सका।
मंत्री की घोषणा के बाद से भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से तत्काल तीसरी काउंसलिंग के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
विभाग में कई अधिकारी कोरोना से संक्रमित हैं,ऐसे में काम धीमा चल रहा है।
वहीं बीएसए का तर्क है कि कई विसंगतियों की वजह से खाली पदों का आकलन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अब तक नियुक्ति न होने पर बीएसए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।
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