गर्मी की छुट्टियों पर कोरोना संक्रमण ने संकट खड़ा कर दिया है।
स्कूल तो बंद रहेंगे लेकिन शिक्षकों को मुख्यालय पर ही रहना होगा।
इस दौरान मोबाइल फोन पर सूचना मिलते ही शिक्षकों को कार्यालय में हाजिरी देनी होगी।
इस व्यवस्था से दूसरे जनपद के शिक्षकों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। उनके लिए तो गर्मी की छुट्टी का कोई मतलब ही नहीं।
सरकारी स्कूलों में 20 मई से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश होता है। कोरोना संक्रमण के कारण इस पर संकट खड़ा हो गया है।
इस दौरान स्कूल तो बंद रहेंगे और बच्चों को आना भी नहीं है, लेकिन शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाना होगा। सभी शिक्षकों को मुख्यालय पर ही रहना होगा। कोई भी प्रशासनिक कार्य आने पर उन्हें इसकी सूचना मोबाइल फोन से दी जाएगी।
सूचना मिलते ही शिक्षकों को कार्यालय पर उपस्थिति दर्ज करानी होगी। शासन के नए निर्देश से शिक्षकों की मुश्किल बढ़ गई है।
सबसे अधिक परेशानी उन शिक्षकों की है जो दूसरे जनपद के हैं और जिले के प्राथमिक स्कूलों में तैनाती है। ऐसे शिक्षक अब गर्मी की छुट्टी में भी अपने घर नहीं जा सकेंगे।
No comments:
Post a Comment