शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति: वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 17 लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज, तीन शिक्षकों समेत पांच लोगों को किया गया गिरफ्तार - updatesbit

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शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति: वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 17 लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज, तीन शिक्षकों समेत पांच लोगों को किया गया गिरफ्तार

देवरिया: दो अनुदानित विद्यालयों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति व


उन्हें करोड़ों रुपये के एरियर भुगतान के मामले में गोरखपुर की एसटीएफ ने देवरिया के बीएसए कार्यालय के वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 17 लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।

 तीन शिक्षकों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 13,660 रुपये, 11 मोबाइल, पैन कार्ड आदि बरामद किया है।

सिद्धार्थनगर के डीआइओएस (तत्कालीन बीएसए देवरिया) एएन मौर्य ने देवरिया के अनुदानित विद्यालयों में फर्जी तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति और उन्हें करोड़ों रुपये के एरियर भुगतान की शिकायत की जानकारी एसटीएफ को दी थी।

 जांच में गौरीबाजार के मदरसन स्थित कृषक लघु माध्यमिक विद्यालय में चार व सहदेव लघु माध्यमिक विद्यालय बाबू बभनी में आठ फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति और उन्हें करीब 40-40 लाख रुपये के एरियर भुगतान की पुष्टि हुई। यह भी पता चला कि फर्जी नियुक्ति में पूरा गिरोह सक्रिय है।

 एसटीएफ प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह ने शुक्रवार रात सदर कोतवाली में वित्त एवं लेखाधिकारी जगदीश लाल श्रीवास्तव, बीएसए कार्यालय से संबंद्ध शिक्षक ओमप्रकाश मिश्र, सेवानिवृत्त लिपिक जर्नादन उपाध्याय, गोरखपुर के खोराबार में तैनात शिक्षक अजीत कुमार उपाध्याय और लेखाधिकारी के करीबी राजकुमार मणि के साथ 12 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

 एसटीएफ ने अजीत उपाध्याय, ओमप्रकाश मिश्र, नियुक्ति पाए शिक्षक मुन्ना यादव, राजकुमार मणि और जांच में तथ्य मिलने पर बीएसए कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संजय आर्य को गिरफ्तार कर लिया।

फर्जी नियुक्ति के आरोपित शिक्षक : दिलीप कुमार उपाध्याय, राघवेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, विमल कुमार शुक्ला, ब्रजेंद्र सिंह, विनय कुमार, कुमारी अंजना, सुरेंद्र यादव, जगदीश यादव, कुमारी विमला यादव, नीतू रस्तोगी, श्वेता मिश्र, रंजना कुमारी।

फर्जी नियुक्ति कराने वाले गिरोह के 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पांच को गिरफ्तार किया गया है। अन्य अनुदानित विद्यालयों में भी फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति की जांच की जा रही है।


-सत्यप्रकाश सिंह, इंस्पेक्टर, एसटीएफ गोरखपुर


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