उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड(यूपीएसईएसएसबी)
की प्रवक्ता हिन्दी भर्ती की 17 अगस्त को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र में तमाम कमियां मिली हैं।
भाषाविज्ञानी पं. पृथ्वीनाथ पांडेय के अनुसार प्रश्नपत्र के 90 प्रतिशत प्रश्न और उनके विकल्प में प्रयुक्त शब्द, वाक्यविन्यास, दिए गए विकल्प में मूल तथ्य, व्याकरण, भाषाविज्ञान आदि की दृष्टि से पूर्णत: अशुद्ध हैं।
बुकलेट सीरीज का प्रश्न 1 ही अशुद्ध है; क्योंकि उसमें ‘बरवै नामिका’ के कवि का नाम पूछा गया है, जबकि रहीम की रचना का नाम ‘बरवै नायिका’ है।
प्रश्न 2 में ‘उत्तररामचरित’ अंकित है, जबकि भवभूति की मूल पुस्तक का नाम ‘उत्तररामचरित’ है। प्रश्न 12 का कोई विकल्प सही नहीं है।
प्रश्न है- ‘छोटी हल्की गोल और किनारेदार थाली दिखाओ’ इस वाक्य में दो अल्प विराम और एक पूर्ण विराम के चिह्न लगेंगे, जो कि विकल्प में हैं ही नहीं।
दूसरा तथ्य विशेषण-शब्द ‘हलकी’ है, न कि ‘हल्की’। प्रश्न 18 ग़लत है; क्योंकि दण्डी की मूल पुस्तक ‘दशकुमारचरित’ है, न कि ‘चरित’। प्रश्न 19 का वाक्यविन्यास अशुद्ध है; क्योंकि कविता ‘रची’ जाती है, ‘लिखी’नहीं जाती। प्रश्न 40 भी ग़लत है।
अमीर ख़ुसरो की रचना है- ‘ज़े-हाले मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल दुराय नैनाँ बनाए बतियाँ।’ प्रश्नपत्र में इसे तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया गया है।
प्रश्न 56 में ‘एतराज’ का अर्थ पूछा गया है, जबकि ‘एतराज’कोई शब्द नहीं है; सही शब्द ‘एतिराज़’/‘एतिराज़’ है, जो कि अरबी-भाषा का शब्द है।
प्रश्न 59 में ‘नई (शुद्ध नयी) कविता से संबंधित प्रश्न के ‘ए’ विकल्प में ‘बोधों’ के स्थान पर ‘बोध’ और ‘सी’ विकल्प में ‘अधिकांश’ के स्थान पर ‘अधिकतर’ होगा। प्रश्न 125 में पंत की रचना का नाम ‘ज्योत्सना’ बताया गया है, जबकि वह रचना ‘ज्योत्स्ना’ है।
प्रवक्ता के 10 विषयों की उत्तर कुंजी जारी, मांगी आपत्ति
चयन बोर्ड ने प्रवक्ता भर्ती परीक्षा के 10 विषयों की उत्तरकुंजी अपनी वेबसाइट पर जारी करते हुए 21 अगस्त तक साक्ष्य सहित ऑनलाइन आपत्ति मांगी है। हिन्दी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भूगोल, समाजशास्त्र, इतिहास, मनोविज्ञान, तर्कशास्त्र, वाणिज्य व संगीत गायन की उत्तरकुंजी जारी की गई है। परीक्षा 17 व 18 अगस्त को प्रदेश के सभी जिलों में हुई थी।
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