6 अगस्त 2019 को दाखिला लेने के 22 महीने बाद भी
डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) के 1.72 लाख प्रशिक्षुओं के प्रथम सेमेस्टर के रिजल्ट का पता नहीं है।
कोरोना की पहली लहर में लिखित परीक्षा नहीं होने के कारण शासन ने इन प्रशिक्षुओं को पहले से दूसरे सेमेस्टर में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया।
उसके बाद नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इनकी द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा ली। 28 जनवरी 2021 को परिणाम घोषित किया गया।
डीएलएड 2019 बैच द्वितीय सेमेस्टर में पंजीकृत 172738 प्रशिक्षुओं में से 169812 सम्मिलित हुए और इनमें से 71668 फेल हो गए।
उसके बाद लगभग 45 हजार प्रशिक्षुओं ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन किया।
जिसका परिणाम अब तक घोषित नहीं हो सका है। इस बीच परीक्षा नियामक की ओर से बैक पेपर और सेमेस्टर बैक के प्रशिक्षुओं के संबंध में निर्णय लेने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया।
सूत्रों के अनुसार हाल ही में शासन ने इसे विभागीय मसला मानते हुए बेसिक शिक्षा विभाग को निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं।
माना जा रहा है कि जिन प्रशिक्षुओं का सेमेस्टर बैक (सात में से तीन पेपर में फेल) हैं उन्हें नये सिरे से प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा देनी होगी और जिनका द्वितीय सेमेस्टर में बैक पेपर (दो पेपर में फेल) लगा है वे उसमें पास होने के बाद ही तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा दे सकेंगे।
इस बीच प्रशिक्षुओं ने तृतीय सेमेस्टर भी प्रमोट करने की मांग तेज कर दी है।
इनका कहना है
हमारा तृतीय सेमेस्टर 6 फरवरी को ही पूरा हो चुका है और तीन महीने से अधिक बीतने के बावजूद परीक्षा नहीं कराई जा सकी है।
डीएलएड 2019 तृतीय सेमेस्टर को प्रोन्नत करने के लिए 23 मई को ट्वीटर पर अभियान चलाया गया था।
डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चा 27 मई को फिर अभियान चलाएगा।
रविकांत द्विवेदी, प्रशिक्षु 2019 बैच
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