उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 31 फ़ीसदी से बढाकर 34 फ़ीसदी कर दिया है। डीए में तीन प्रतिशत की वृद्धि की सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्ववीट के माध्यम से दिया।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 01 जनवरी 2022 से तीन फ़ीसदी डीए में इजाफा किया है। इजाफे के बाद राज्य के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 34 फ़ीसदी पर पहुँच गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट पर लिखा - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर्मचारियों के व्यापक हित का ध्यान रखते हुए दिनांक 01 जनवरी 2022 से महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत की दर 31 % स्थान पर 34 फ़ीसदी करने का निर्णय लिया है , आगे लिखा गया कि यूपी सरकार अपने कार्मिकों को परिवार का हिस्सा मानती है।
इसी प्रकार का भाव कर्मचारियों को आम जनता के प्रति रखना चाहिए , जिससे आम जनमानस को शासन के योजनाओं का पूर्ण लाभ मिल सके।
छत्तीसगढ़ में सिर्फ 22 फ़ीसदी डीए - वही छत्तीसगढ़ प्रदेश की बात करें तो यहाँ सबसे कम 22 फ़ीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। प्रदेश के चार लाख से भी अधिक कर्मचारी लंबित महंगाई भत्ता हेतु आंदोलन रत है।
25 जुलाई 2022 से प्रदेश में लंबित महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा की गणना की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन एवं निश्चित कालीन आंदोलन की शुरुआत हो रही है। प्रदेश में पहली बार महंगाई भत्ता हेतु आंदोलन हो रहा है। संघ के पदाधिकारियों अनुसार आज तक के इतिहास में इतनी बड़ी आंदोलन महंगाई भत्ता हेतु करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।
25 से 29 जुलाई निश्चितकालीन आंदोलन - प्रदेश के लगभग 80 संगठनों के द्वारा 25 जुलाई से 29 जुलाई 2022 तक पांच दिनों का हड़ताल किया जा रहा है। 5 दिन के इस आंदोलन में पुरे 9 दिन स्कूल एवं सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। वही 25 से ही कर्मचारियों के दूसरे गुट के द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। अनिश्चितकालीन आंदोलन बार फिर प्रदेश के स्कूलों में पढाई लिखाई ठप्प पड़ जाएगी।
आंदोलन में शामिल संगठन -
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