राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2018 के बाद नियुक्त हुए
शिक्षकों का एक बार फिर सत्यापन होने जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक फर्जी तरीके से नियुक्त हुए शिक्षकों की पड़ताल के लिए सत्यापन की यह प्रक्रिय दोबारा शुरू की जा रही है। जिसके तहत नवनियुक्त शिक्षकों का बायोमेट्रिक के साथ ही फोटो सत्यापन किया जाएगा।
20 से अधिक नोडल अधिकारी नियुक्त
नवनियुक्त शिक्षकों के सत्यापन के लिए शिक्षा निदेशालय और दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) के बीच 8 जनवरी को इस संबंंध में बैठक हुई थी। जिसके बाद शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में कार्यवाही तेज कर दी है।
जिसके तहत 20 से अधिक नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं, जबकि प्रत्येक स्कूल में एक कर्मी को डीएसएसबी को डोजियर भेजने के लिए नामित किया गया है। इस संबंध में बीते दिनों जिला स्तर पर बैठक कर सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सर्विस बुक से लेकर प्रवेश पत्र तक देखे जाएंगे
नवनियुक्त शिक्षकों में फर्जी तरीके से नियुक्ति पाए शिक्षकों के सत्यापन के लिए शिक्षा निदेशालय ने पूरी तैयारी कर ली हैं। जिसके तहत स्कूलवार नवनियुक्त शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है।
जिनकी सर्विस बुक के साथ ही नियुक्ति पत्र, आधार कार्ड स्कूल की तरफ से जारी पहचान पत्र देखें जाएंगे।
नियुक्ति से पहले दस्तावेज जांच में 200 से अधिक फर्जी पकड़े गए थे
वर्ष 2019 में नियुक्ति से पहले शिक्षा निदेशालय ने 200 से अधिक फर्जी पकड़े थे। इनमें अधिकांश ऐसे मामले थे, जिन्होंने डीएसएसएसबी की परीक्षा पास कर ली थी और इस परीक्षा में काई और और बैठा था।
जबकि नियुक्ति के लिए दावेदार कोई और था। दस्तावेज के सत्यापन के दौरान यह फर्जी वाड़ा सामने आया था।
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