बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में परीक्षाएं स्कूल खुलने के बाद
होंगी।
हालांकि नए सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से हो जाएगी लेकिन विद्यार्थियों के ज्ञान का स्तर आंकने के लिए अप्रैल के आखिरी हफ्ते में परीक्षाएं आयोजित की जाएगी।
25 व 26 मार्च को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। इस संबंध में महानिदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है।
इन परीक्षाओं का स्तर विद्यार्थियों के 2020-21 की कक्षाओं का होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं।
लिहाजा अटकले लगाई जा रही हैं कि अब परीक्षाएं नहीं होंगी। लेकिन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सहमति बनी कि परीक्षाएं निरस्त नहीं की जाएंगी।
चूंकि कक्षा आठ तक विद्यार्थियों को फेल नहीं किया जा सकता और परीक्षाओं का मंतव्य केवल विद्यार्थियों के ज्ञान का आकलन करना होता है लिहाजा इसका आयोजन स्कूल खुलने के बाद किया जाएगा।
कोई विद्यार्थी इस बार कक्षा दो में है और अप्रैल में वह कक्षा तीन में होगा, लेकिन उसकी परीक्षा का स्तर कक्षा दो का होगा।
पिछले शैक्षिक सत्र में कोरोना संक्रमण के कारण कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों की परीक्षाएं नहीं हुई थी।
बेसिक शिक्षा विभाग पढ़ाई में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई तरह के मॉड्यूल चला रहा है ताकि बच्चे न्यूनतम लर्निंग गोल को प्राप्त कर सके। लेकिन एक वर्ष से कोई आकलन न होने के कारण रणनीति में बदलाव नहीं जा सका है।
सरकार ने तय किया था कि हर तीन महीने पर सैट (स्टूडेंट असेसमेंट टेस्ट) लिया जाएगा।
ये हैं लक्ष्य
सरकार ने प्रेरणा सूची जारी की है और इस आधार पर 2023 तक प्रदेश को प्रेरक प्रदेश बनाना है। इस सूची में कक्षावार लर्निंग गोल निर्धारित किए गए हैं।
डीएलएड प्रशिक्षु भी प्रेरणा एप के जरिए इस सूची पर विद्यार्थियों का आकलन करेंगे
थर्ड पार्टी से भी विद्यार्थियों का मूल्यांकन करवाया जाएगा
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