लखनऊ : राजधानी के 500 से ज्यादा प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी
स्कूलों की बिजली काट दी गई है।
इससे इन स्कूलों में बच्चों भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इनमें पढ़ाने वाले शिक्षक तो अभी से गर्मी से परेशान हैं। 10.31 करोड़ बिल बकाया होने के चलते लेसा ने कनेक्शन काटे हैं।
बिजली का बिल न चुकाने की वजह से मार्च के अंत में लेसा ने बड़े पैमाने पर राजधानी के शहर और ग्रामीण इलाकों के स्कूलों के बिजली कनेक्शन काट दिए हैं।
यह तो अच्छा है कि अभी बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। 11 अप्रैल तक छुट्िटयां हैं। लेकिन अगर स्कूल खुले तो बच्चों को काफी परेशानी होगी। न पंखा चल पाएगा और न लाइट जल पाएगी।
ढाई हजार से ज्यादा शिक्षक गर्मी में बहा रहे पसीना
शासन ने बच्चों की तो छुट्टी कर दी लेकिन स्कूलों के शिक्षकों को विद्यालय जाना पड़ रहा है।
इसकी वजह से शिक्षक शिक्षिकाएं रोजाना सुबह 8:00 बजे से अपराहन 2:00 बजे तक विद्यालय जा रहे हैं। इधर गर्मी लगातार पड़ रही है। शिक्षक शिक्षिकाओं को पंखा तक नहीं नसीब हो रहा है।
कई स्कूलों में लगे हैं बच्चों के लिए कंप्यूटर
कई स्कूलों में बच्चों को सिखाने के लिए कंप्यूटर लगे हैं। बिजली कटने की वजह से आगे कंप्यूटर भी नहीं चल पाएंगे। विभाग के शिक्षकों ने इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
बिल के भुगतान के लिए बजट नहीं
राजधानी के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी स्कूलों पर बिजली का कुल 10 करोड़ 31 लाख 81 हजार बकाया है। बीएसए कार्यालय ने इसके संबंध में निदेशालय को जानकारी दी है।
बिल के भुगतान के लिए कोई बजट नहीं मिला है। पता चला है कि 2018 से बिजली का बिल ग्राम पंचायतों को जमा करना था। लेकिन उसने भी बिल नहीं चुकाया।
मतदान केंद्रों में भी रहेगा अंधेरा
जिन प्राइमरी स्कूलों की बिजली काटी गई है उनमें ज्यादातर को पंचायत चुनाव के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है। अगर मतदान से पहले इन स्कूलों की बिजली नहीं जोड़ी गई तो मतदान केंद्र अंधेरे में रहेंगे। यहां चुनाव करने वाले लोगों को भी परेशानी होगी।
तीन-चार दिन पहले छुट्टी में अचानक बिजली का कनेक्शन काट दिया गया। बिजली का बिल भी नहीं दिया गया। स्कूल में 4 शिक्षक हैं। गर्मी के दिनों से काफी दिक्कतें हो रही हैं।
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