अनामिका शुक्ला मामले का खुलासा होने के बाद प्रदेश केसभी
सरकारी विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के अभिलेखों की एसटीएफ से जांच कराई गई थी।
जिसके बाद एसटीएफ ने 76 फर्जी अध्यापकों की लिस्ट शिक्षा विभाग को सौंपी थी।
लिस्ट में जिले के सेवापुरी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कपसेठी में कार्यरत सहायक अध्यापक अर्चना पांडेय का भी नाम शामिल था। बुधवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने अर्चना पांडेय को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया।
एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने अर्चना पांडेय का बेतन दिसंबर से ही रोक दिया था।
शिक्षिका से रिकवरी का भी आदेश जारी कर दिया है। अर्चना 2006 से कार्यरत थीं। वो विशिष्ट बीटीसी बैच 2004 की अभ्यर्थी थी। बृहस्पतिवार को शिक्षिका पर एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा। एसआईटी की रिपोर्ट के मुताबिक अर्चना पांडेय दूसरे के अभिलेख पर नौकरी कर रही थीं।
सत्यापन में प्रमाणपत्र फर्जी मिले थे। दोबारा सत्यापन के लिए 26 मार्च को दोबारा नोटिस जारी किया गया था। 3 मार्च तक उन्हें मूल अभिलेखों के साथ बीएसए कार्यालय बुलाया गया था। लेकिन शिक्षिका न तो कार्यालय पहुंची और न ही किसी अन्य माध्यम से स्पष्टीकरण दिया।
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