हाईस्कूल परीक्षार्थियों को विषयवार अंक देकर प्रमोट करने पर
मंथन कर रहा है।
इसीलिए सभी 27 हजार से अधिक माध्यमिक कालेजों से छमाही व प्रीबोर्ड परीक्षा के विषयवार अंक मांगे गए हैं।
हकीकत यह है कि कोरोना संक्रमण के दौर में माध्यमिक कालेज 2020 में साल के अंत में जैसे-तैसे खुल पाए थे, ऐसे में छमाही परीक्षा अधिकांश कालेजों में हुई ही नहीं।
वहीं, हाईस्कूल व इंटर के परीक्षार्थियों की रुचि प्रीबोर्ड इम्तिहान पर नहीं होती। इस बार जरूर सख्ती रही, फिर भी सभी के वास्तविक अंक मिल पाना बेहद मुश्किल है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 इस वर्ष अभी नहीं हो सकी हैं।
कोरोना के जिस तरह के हालात हैं, उसमें जल्द परीक्षा कराना संभव नहीं लगता। शासन के निर्देश पर यूपी बोर्ड हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी में है।
यानी 10वीं की परीक्षा निरस्त करने का ऐलान सरकार कर सकती है। बोर्ड के सौ वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका हो सकता है, जब हाईस्कूल की परीक्षा नहीं हो।
अन्यथा पूर्व में हालात चाहे जो रहे हों परीक्षाएं हुईं और उनका रिजल्ट भी आया है। शासन व बोर्ड खोज रहा अंक देने का पारदर्शी फामरूला, समय सीमा बढ़ी।
No comments:
Post a Comment