परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शासन
नया कदम उठाने जा रहा है।
अब प्रत्येक शनिवार को शिक्षक और छात्रों के बीच ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी होगी।
इसमें आंकलन किया जाएगा कि छात्रों की पढ़ाई की स्थिति क्या है? यदि छात्र किसी स्तर पर कमजोर होते हैं तो संबंधित अफसर और प्रधानाचार्य व शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
परिषदीय विद्यालयों में पठनपाठन में प्रतिकूल असर न पड़े इसके लिए ई-पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है।
ई- पाठशाला का शुभारंभ विभागीय स्तर से कर दिया गया है। पूर्व की तरह इस बार भी बच्चों को दीक्षा ऐप, प्रेरणा ऐप, रीड एलॉन्ग ऐप के माध्यम से अभ्यास कराया जाएगा।
इसके अलावा वॉट्सऐप ग्रूप से जोड़कर छात्रों को पठन-पाठन सामग्री भेजी जाएगी।
अब शासन ने निर्णय लिया है कि बच्चों में पढ़ाई की रुच बनाए रखने के लिए प्रत्येक शनिवार को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कराई जाएगी।
प्रश्नोत्तरी में शिक्षकों के स्तर से क्लासवार प्रश्न शामिल किए जाएंगे। उन प्रश्नों के उत्तर ऐप या ऑनलाइन ऑनलाइन माध्यम से छात्रों से पूछे जाएंगे।
जो छात्र प्रश्नों के जवाब देता है उसे योग्य माना जाएगा। जवाब नहीं दे पाएंगे उनसे कम सवाल या अंक आने का कारण पूछा जाएगा। यदि छात्र कहता है कि स्कूलों के स्तर पर ही उन्हें नहीं पढ़ाया गया तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
प्रभारी बीएसए संजय कुमार ने बताया कि प्रश्नोत्तरी से छात्रों की योगयता का स्तर बढ़ेगा। इस संबंध में निर्देश दिए गए हैँ।
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