यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड और आईएससी ने अभी तक साफ
नहीं किया है कि 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं कब और किस पैटर्न पर होंगी।
ये तय है कि अगर हाईस्कूल की तरह 12 वीं की परीक्षाएं स्थगित नहीं होती हैं तो परीक्षा पैटर्न बदला होगा।
जिसमें सवालों की संख्या कम होने के साथ ही एमसीक्यू आधारित प्रश्न पत्र हो सकते हैं।
परीक्षार्थियों को मिलने वाले समय में भी कटौती हो सकती है। 12वीं की परीक्षा कैसे भी हो लेकिन ये साफ है कि बोर्ड परीक्षा से पहले प्री-बोर्ड परीक्षा से गुजरना होगा।
प्राइवेट स्कूल इसके पीछे तर्क देते हैं कि बदले पैटर्न से छात्रों को परिचित कराने के लिए प्री-बोर्ड की परीक्षाएं जरूरी है।
अधिकांश स्कूलों में तैयारी
एसकेडी अकादमी, सेंट जोसफ स्कूल, वरदान इंटरनेशनल अकादमी, ब्राइटलैण्ड समेत तमाम स्कूल प्री-बोर्ड की तैयारी में हैं।
अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि प्री-बोर्ड बदले हुए पैटर्न को समझने के लिए जरूरी है। इससे छात्रों को मदद मिलेगी।
काउंसलर की बात: छात्र तनाव न लें, इससे आसानी होगी
जुबिली कॉलेज के उप प्रधानाचार्य धीरेन्द्र मिश्र का कहना है कि छात्र प्री-बोर्ड को परीक्षा न समझें। इंटर की परीक्षा से पहले अगर प्री-बोर्ड या मॉडल पेपर हल कराएं जाते हैं तो यह परीक्षार्थियों के लिए बेहतर है।
छात्रों को चाहिए कि प्री-बोर्ड का तनाव परीक्षा की तरह न लें। सिर्फ इतना समझें कि बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र कैसा होगा यह आपको बताया जा रहा है।
जानें छात्रों ने क्या कहा -
परीक्षा का पैटर्न बदलता है तो उसे जानने के लिए मॉक टेस्ट या प्री-बोर्ड का होना जरूरी है। -
शुभम, कला वर्ग
मॉडल पेपर हल करने को मिल जाता है तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा होगा। तैयारी में मदद होगी। - रिजा हसन, कॉमर्स वर्ग
इस साल शुरू से ही असमंजस है कि बोर्ड परीक्षा कैसी होगी। कितने सवाल होंगे। प्री-बोर्ड जरूरी है। - प्रकाश, विज्ञान वर्ग
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